पीलीभीत जिलाधिकारी की अध्यक्षता जिला पोषण समिति की बैठक हुई सम्पन

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रिपोर्टर मायाराम वर्मा

पीलीभीत जिलाधिकारी की अध्यक्षता जिला पोषण समिति की बैठक हुई सम्पन

पीलीभीत जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में बाल विकास विभाग की जिला पोषण समिति बैठक गांधी सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा बिंदुवार प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जिलाधिकारी को विभागीय प्रगति से अवगत कराया गया। जिलाधिकारी द्वारा बिन्दुवार समीक्षा की गई, पोषण ट्रेकर पर लाभार्थियों के वजन, गृह भ्रमण, राशन की फीडिंग की गहन समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने गुणवत्तापरक फीडिंग पर जोर दिया गया ।
बैठक के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी युगल किशोर सांगुड़ी द्वारा जनपद की आठों परियोजनाओं की पोषण ट्रैक्रर एवं अन्य विभागीय कार्यों की प्रगति की समीक्षा प्रस्तुत की गई, जिसमें बिंदुवार वजन, गृह भ्रमण, वीएचएसएनडी, सामुदायिक गतिविधियों, राशन वितरण, मोबाइल सत्यापन में परियोजना बरखेड़ा एवं ललौरीखेड़ा की प्रगति सबसे अच्छी पाई गई, वहीं परियोजना मरौरी की प्रगति तुलनात्मक रूप से कम पाई गई।
जनपद के 1604 ग्रामीण क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों में से 1224 ग्राम निगरानी समितियां जिसकी अध्यक्षता ग्राम प्रधान के द्वारा की जाती है के द्वारा अनुपूरक पुष्टाहार वितरण के प्रमाण पत्र दिए गए। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज् अधिकारी को अवशेष 380 आंगनबाड़ी केन्द्रों में निगरानी समिति के माध्यम से राशन वितरण करवाने के निर्देश दिए। साथ ही जिला पूर्ति अधिकारी को कोटेदारों के माध्यम से फोर्टीफाईड चावल लाभार्थियों को कार्यकत्रियों द्वारा दिए गए टोकन के आधार पर वितरण करने के निर्देश दिए गए। जिससे अनुपूरक पुष्टाहार वितरण में पारदर्शिता बनी रहे।जिलाधिकारी द्वारा पिछली बैठक दिनांक 31 जनवरी 2025 में कार्य न करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देशों के अनुपालन में 190 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा 46 आंगनबाड़ी सहायिकाओं की प्रोत्साहन राशि रोकने की कार्यवाही अमल में लाई गइर्, जिससे जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। जिसको लेकर जिलाधिकारी द्वारा वर्तमान समीक्षा बैठक में भी खराब प्रदर्शन करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के विरुद्ध कार्यवाही करने तथा पूर्व में जिनकी प्रोत्साहन राशि रोकी गई है, यदि उनके द्वारा अभी भी कार्य नहीं किया जाता है तो उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
इसके अतिरिक्त विभाग के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों को सक्षम बनाए जाने की दिशा में आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका तथा बालापेंटिंग कराई जाने को लेकर शासन से अनुमति व बजट प्राप्त होने की दशा मे शीघ्र आंगनबाड़ी केंद्रों को सक्षम के रूप में विकसित किए जाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, डॉ नीता पोषण पुनर्वास केंद्र प्रभारी, डीएमएम, सहित समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी मुख्य सेविकाएं जिला समन्वयक व ब्लॉक समन्वयक उपस्थित रहे।