पीलीभीत सूचना विभाग 15 जुलाई 2024/जनपद पीलीभीत में कुछ दिनों से हो रही भारी वर्षा एवं बाधों से छोडे गये पानी से कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, बाढ़ एवं उससे उत्पन्न जल भराव की परिस्थितियों में स्वास्थ्य सम्बन्धी अनेक समस्याऐं जैसे-डेगू, मलेरिया, स्क्रबटाइपस, लोप्टोस्पाइरेसिस, उल्टी दस्त, पेचिस पेट के रोग एवं फंगल इन्फेक्शन न हो इसके लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी पीलीभीत द्वारा आम जनमानस को गंदे पानी के सेवन, गन्दे पानी के सम्पर्क में आने तथा जहरीले जीवों से काटने से उत्पन्न होने वाली समस्याओं का समाधान हेतु निम्नवत सलाह दी गई है-कोई भी व्यक्ति गीले कपड़े व जूते चप्पल न पहने। प्रतिदिन सुबह शाम ताजा भोजन बनवाकर खायें तथा सुबह का बना भोजन शाम को व शाम का बना भोजन सुबह न खायें। ज्याद तैलीय भोज्य पदार्थो का प्रयोग न करें, बाजार में बिकने वाले फास्ट फूड एवं जंक फूड का प्रयोग न करें। बाजार में बिकने वाले कटे एवं गले फलों एवं सब्जियों का प्रयोग न करें। फल एवं सब्जियों को घर लाने के उपरान्त नल के पानी से अच्छी तरह धोने के बाद ही प्रयोग करें। बाजार के भोजन का प्रयोग न करें। शादियों में भोजन को एक घंटा पूर्व बनवायें एवं प्रयोग करें। घर में पीने का पानी उबालकर ठंडा कर छानकर प्रयोग करें एवं उसको ढ़ककर रखे। बाजार में बिकने वाली बर्ष, गन्ने के जूस का प्रयोग न करें एवं अन्य जूसों में बर्ष का प्रयोग न करें। दस्त होने तत्काल जिल एवं ओआरएस का प्रयोग करें। बुखार होने पर आरोग्य मंदिर सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं जिला अस्पताल में जांच करायें, चिकित्सकों के परामर्श के अनुसार दवाईयां लें। घरों में व आसपास पानी इकट्ठा न होने, पात्रों को उलटर कर रखें तथा ठहरे हुये पानी में मोबिआॅयल डालें। कूलर का पानी दूसरे दिन बदल दें, रेफ्रीजीरेटर के पीछे लगी टेª को नियमित साफ करें। फुल आस्तीन के कपडे़ पहने तथा मच्छरदानी का प्रयोग करें। जहरीले कीटों एवं सांप के काटने की घटनायें होने पर तत्काल निकटतम चिकित्सालय ले जायें एवं पूर्ण उपचार करायें सर्पदंश आदि की दशा में झाड फूॅक एवं झोलाछाप से उपचार न करायें। अधिक जानकारी के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से सम्पर्क कर सकते हैं।