रिपोर्टर मायाराम वर्मा पीलीभीत
उत्तर प्रदेश सरकार के सेवा, सुरक्षा व सुशासन की नीति के 08 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ड्रमण्ड इंटर कालेज में कृषक संगोष्ठी का किया आयोजन राज्यमंत्री/प्रभारी मंत्री जी द्वारा कृषक संगोष्ठी का फीता काटकर किया शुभारम्भ
मंत्री जी ने कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के 17 लाभार्थियों प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित आज 25.032025 को उत्तर प्रदेश सरकार के सेवा, सुरक्षा व सुशासन की नीति के 08 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ड्रमण्ड राजकीय इण्टर कालेज पीलीभीत में कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि बलदेव सिंह औलख, राज्यमंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान उ0प्र0 सरकार के द्वारा फीता काटकर किया। इस अवसर पर मंत्री जी द्वारा 08 वर्ष में उ0प्र0 सरकार द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से कृषकों को देय सुविधाओं के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया। उक्त कार्यक्रम मंत्री जी की अध्यक्षता में कृषि विभाग द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी के0के0 सिंह, उप कृषि निदेशक नरेन्द्र पाल जिला कृषि रक्षा अधिकारी श्याम नारायण राम एवं गन्ना, पशुपालन, उद्यान, मत्स्य, रेशम आदि विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इसी के साथ ही इस अवसर पर मंत्री जी द्वारा विभिन्न विभागों के लाभार्थियों के साथ-साथ कृषि विभाग के अन्तर्गत प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, कृषि यन्त्र, सोलर पम्प एवं पी0एम0 किसान सम्मान निधि के 17 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये। कृषक गोष्ठी में कृषि विभाग, गन्ना विभाग, उद्यान विभाग, रेशम विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग द्वारा स्टाल लगाकर विभागीय योजनाओं एवं नई तकनीक/प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही गोष्ठी में प्राइवेट संस्थाओं के द्वारा स्टाल लगाकर अपने उत्पाद के बारे में कृषकों को जानकारी दी गई। कृषक गोष्ठी में जनपद के समस्त विकास खण्डों से लगभग 600 प्रगतिशील कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। किसान मेले में प्रदर्शित सभी स्टालों का विधायक बरखेड़ा स्वामी प्रवक्तानन्द, विधायक विधायक बीसलपुर विवेक वर्मा एवं जिलाधिकारी द्वारा अवलोकन किया गया। कृषक गोष्ठी में आये हुए समस्त कृषकों को सभी विभागीय अधिकारियों द्वारा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा इससे सम्बन्धित समसामयिक विषयों पर तकनीकी परिचर्चा कृषकों के साथ की गई।