AHN News
पीलीभीत सूचना विभाग 21 फरवरी 2024/आज दिनाॅंक 21.02.2024 को
उ0प्र0 मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रत योजना के अन्तर्गत दो दिवसीय जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन गाॅंधी स्टेडियम स्थित प्रेक्षागृह में संजय सिंह गंगवार राज्यमंत्री (गन्ना एवं चीनी मिलें) उ0प्र0 शासन की अध्यक्षता में किया गया।
जिसमें कृषि, गन्ना, उद्यान, मत्स्य, विभिन्न कम्पनिया, फसल बीमा, पशु पालन विभाग एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा मिलेट्स से बने विभिन्न उत्पादों का स्टाल लगाया गया, जिनका अवलोकन श्री संजय गंगवार जी, मा0 राज्यमंत्री (गन्ना एवं चीनी मिलें) उ0प्र0 शासन एवं श्रीमती ऋतु पूनिया, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0), पीलीभीत के द्वारा किया गया तथा जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आये कृषकों द्वारा स्टालों को देखा गया तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, टांडा विजैसी, पीलीभीत के वैज्ञानिकों द्वारा कार्यशाला में उपस्थित कृषकों को कृषि की विभिन्न विधाओं एवं तकनीकी जानकारियाॅं उपलब्ध कराई गई, जिससे कृषक कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें। विभिन्न विभागों से आये अधिकारियांे द्वारा अपने विभाग में संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। श्री संजय गंगवार जी, मा0 राज्यमंत्री (गन्ना एवं चीनी मिलें) उ0प्र0 शासन महोदय द्वारा समस्त कृषकों से विभागो ंमे ंचल रही योजनाओं का लाभ लेने की अपील की गई। साथ ही उनके द्वारा यह भी अपील की गई। सभी कृषक भाई अपनी-अपनी फसलों का फसल बीमा अवश्य करा लें, ताकि दैवीय आपदा आने पर फसलो ंमें हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति मिल सके। साथ ही प्राकृतिक खेती के लाभ के बारे में बताया गया। उक्त कार्याशाला में श्रीमती सभ्यता देवी वर्मा, ब्लाक प्रमुख मरौरी तथा श्री अजय सिंह गंगवार, ब्लाक प्रमुख ललौरीखेड़ा ने कृषकों से मिलेट्स की खेती करने की अपील की। इस कार्यशाला में कृषकों को मिलेट्स (ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो, सांवा, कुटकी, काकून एवं चीना) के पोषक तत्वों, मिलेट्स के विभिन्न प्रकारों, उसके उपभोग एवं उत्पादन के बारे में कृषि विज्ञान केन्द्र, टांडा विजैसी, पीलीभीत के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 शैलेन्द्र सिंह ढाका द्वारा जानकारी दी गई साथ ही श्री अन्न की फसलों की पहचान एवं उनसे बनने वाले उत्पाद तथा उन्नतशील खेती करने की जानकारी दी गई तथा श्री अन्न में पाये जाने वाले पोषक तत्वों एवं श्री अन्न को दैनिक भोजन में कैसे उपयोग करें, के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई तथा उनके द्वारा बताया गया कि महिलाओं में खून की कमी और कैल्शियम की कमी बहुतायत से है। यदि महिलाएं श्रीअन्न को दैनिक भोजन में प्रयोग करती हैं तो उक्त बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। श्री संतोष कुमार सविता, उप कृषि निदेशक, पीलीभीत के द्वारा श्रीअन्न की खेती करने तथा उसमें पड़ने वाले उर्वरकों के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी तथा इनके द्वारा बताया गया कि श्रीअन्न के उत्पादन करने में बहुत ही कम खाद उर्वरक एवं सिंचाई की आवश्यकता होती है। यह भी बताया गया कि श्रीअन्न की खेती वर्षा के आधार पर हो जाती है, अलग से सिंचाई करने की बहुत ही कम आवश्यकता पड़ती है। इसके साथ ही पी0एम0 किसान सम्मान निधि योजना के बारे में विस्तृत जानकारी कृषकों को उपलब्ध कराई गई।
उक्त कार्यशाला में डा0 आलोक कुमार, मुख्य चिकित्साअधिकारी, डा0 विनोद कुमार यादव, जिला कृषि अधिकारी, श्री श्यामनारायण राम जिला कृषि रक्षा अधिकारी, श्री गणेश शंकर परिहार, भूमि संरक्षण अधिकारी, श्री बाली शरण चैधरी, जिला उद्यान अधिकारी, इं0 कौशल किशोर, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी, श्री पंकज कुमार अपर जिला कृषि अधिकारी, पीलीभीत तथा जनपद के प्रगतिशील कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। अन्त में उप कृषि निदेशक द्वारा समस्त उपस्थित कृषकों एवं समस्त अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यशाला का समापन किया गया।