करोड़ों की सरकारी भूमि पर चल रहा अतिक्रमण अवैध क़ब्ज़ा का खेल*

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*करोड़ों की सरकारी भूमि पर चल रहा अतिक्रमण अवैध क़ब्ज़ा का खेल*

*वाराणसी, राजातालाब।* एक ओर योगी सरकार अवैध क़ब्ज़ा अतिक्रमण पर कार्यवाही कर रही है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के राजातालाब तहसील मुख्यालय से सटे कचनार गाँव के धार्मिक महत्ता के पंचक्रोशी पथ राजातालाब से होकर रानी बाज़ार रथयात्रा मार्ग वांया श्रद्धा जूनियर हाईस्कूल को जाने वाली चकमार्ग फिर अवैध क़ब्ज़ा की चपेट में हैं, बीते 28 सितंबर को लोकायुक्त जाँच के क्रम में तेज तर्रार नवागत एसडीएम आईएएस सई आश्रित शाकमुरी के निर्देशन में तहसील मुख्यालय से सटी ग्राम पंचायत कचनार में सरकारी भूमि को अतिक्रमण अवैध क़ब्ज़ा मुक्त कराया गया था, गाँव में यह चर्चा सरगर्म है की एक बार फिर सरकारी चकरोड और जलखाता अतिक्रमण किया जा रहा है।

*किसकी शह पर चल रहा अतिक्रमण :*

प्रशासन एक ओर पूरे जिले में मुहीम चलाकर अतिक्रमण अवैध क़ब्ज़ा को हटा रहा है, वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत कचनार में अतिक्रमण का खेल-खेला जा रहा है, ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी तहसील के राजस्व अमले को न हो, लेकिन प्रशासन के अवैध अतिक्रमणकारियों पर नकेल कसने के बावजूद किसकी सह पर सरकारी भूमि पर अतिक्रमण अवैध क़ब्ज़ा किया जा रहा है, हालांकि इस मामले में स्थानीय लोकायुक्त जाँच के दायरे में आए कानूनगो अशोक कुमार सिंह का कहना है कि अगर किसी के द्वारा अतिक्रमण अवैध क़ब्ज़ा किया जा रहा है तो, तत्काल उसके दस्तोवजों की जांच की जायेगी, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीते दिनों एसडीएम क्षेत्र के दौरे पर आये थे, दोबारा पुन: आने वाले हैं, जिसके द्वारा उक्त भू-खण्ड पर अवैध क़ब्ज़ा किया जा रहा है, उसके दस्तावेजों की जांच होगी, अगर अतिक्रमण अवैध क़ब्ज़ा किया जा रहा होगा तो, तत्काल उसे हटवाया जाएगा।

*करोड़ों की सरकारी भूमि पर चल रहा कब्जे का खेल :*

राजस्व भूमि पर कब्जा करने की शिकायत मिलती हैं, तो लेखपाल राजस्व संहिता की धाराओ में केस दर्ज करता है। इसकी सुनवाई तहसीलदार, नायब तहसीलदार करते हैं। कब्जा सिद्ध होने पर बेदखली की जाती है, जुर्माना और सजा भी होती है। मजे की बात तो यह है कि यह पूरा कारनामा कागजों पर होता है, क्षेत्र में आज भी कई ऐसे मामले हैं, जिनमें प्रशासन ने बेदखली के आदेश दिये, साथ ही भूमि से न हटने पर अतिक्रमणकारी के विरूद्ध कार्यवाही की बातें भी पत्रों के माध्यम से अवगत कराई गई, लेकिन आज तक न तो अतिक्रमण हटा और न ही कभी उस कब्जाधारी को किसी प्रकार की सजा ही हुई, सूत्रों की मानें तो राजस्व अमला चंद-चांदी के सिक्कों के चक्कर में वरिष्ठों के आदेश की धज्जियां उड़ाने में भी बाज नहीं आते, जागरूक लोगों ने मांग की है कि पूरे मामले में लेखपाल सहित क़ानूनगो की जांच कर तत्काल अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही करें, जिससे अतिक्रमणकारी सरकारी भूमि पर कब्जा करने से पहले खौफ में रहेंगे।

 सुभाष शास्त्री
करोड़ राजकुमार गुप्ता
वाराणसी