छठ से पहले राजातालाब की महिलाओं ने किया सद्बुद्धि यज्ञ, वजह आपको भी कर देगी हैरान

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छठ से पहले राजातालाब की महिलाओं ने किया सद्बुद्धि यज्ञ, वजह आपको भी कर देगी हैरान

*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के धार्मिक महत्ता के पंचक्रोशी पथ पर स्थित ऐतिहासिक संगम तालाब की दुर्दशा फैली गंदगी से ये महिलाएं परेशान हैं. कई बार इन महिलाओं ने प्रशासन से सफाई के साथ जीर्णोद्धार की अपील की है.*

*वाराणसी: राजातालाब* क्षेत्र के कचनार गांव के पंचक्रोशी पथ के पास संगम तालाब इस समय जर्जर दुर्दशाग्रस्त और गंदगी से भरा पड़ा है. पानी के बजाय इस तालाब में गंदगी और जलकुंभी दिखाई दे रही है. इस बीच क्षेत्र की महिलाओं ने सोमवार को सद्बुद्धि यज्ञ किया.

*छठ से पहले महिलाओं का सद्बुद्धि यज्ञ:* दरअसल कुछ दिन बाद 7 नवंबर से छठ पर्व शुरू हो रहा है. ये यूपी और बिहार के लोगों का सबसे बड़ा पर्व है. इस पर्व में महिलाएं नदी और तालाब के किनारे पूजा करती हैं. उस पानी में जाकर उगते और ढलते सूर्य को अर्घ्य देती है. दो दशक पहले तालाब में ग्रामीण महिलाएँ छठ पर्व मनाने आती थीं. पहले इस तालाब का पानी नहाने लायक था, लेकिन अतिक्रमण अवैध क़ब्ज़ा और प्रशासनिक उदासीनता के कारण पानी नहाने लायक नहीं है. पानी से काफी गंध भी आ रहा है. यही कारण है कि महिलाओं ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया है.

*यह सद्बुद्धि यज्ञ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के लिए था.*
इस तालाब की सफाई और जीर्णोद्धार के लिए पिछले कई वर्षों से आवेदन देकर परेशान हो चुके थे. इस तालाब की सफाई नहीं होती है. यहां छठ पूजा में भी सफाई नहीं होती है. हमने प्रशासन से कई बार कहा है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.- पूजा गुप्ता स्थानीय निवासी स्वैच्छिक सेवा प्रदाता शिक्षिका

आवेदन के बाद भी नहीं हुई सफाई: इस बारे में स्थानीय महिला उषा देवी ने कहा कि चुनाव के समय वोट देते हैं पर हमारी जरूरतें पूरी नहीं हो पाती है. खाली ये अपना जेब भरते हैं. साल भर का त्योहार रहता है. हमलोग छठ पर्व पर दो दिन का उपवास रखते हैं. हम लोगों ने इसके लिए कई बार स्थानीय प्रशासन को आवेदन किया. विधायक और कलेक्टर को आवेदन दिए हैं. पर कुछ नहीं हुआ तालाब हमेशा गंदा रहता है और अतिक्रमण अवैध क़ब्ज़ा का शिकार हो चुका हैं.

हमारे घर के पास का तालाब है. यह हमारे सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है. राजातालाब यहां का सबसे बड़ा एरिया है. यहां का सबसे बड़ा तालाब है. पिछले बीस सालों से इस तालाब की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. इस तालाब में इतने सारे जलकुंभी उग आए हैं. प्रशासन और विधायक को आवेदन दिया गया है. लेकिन अब तक यहां कोई सुधार नहीं हुआ. इसलिए हम उनके सद्बुद्धि के लिए यज्ञ कर रहे हैं. – सीमा देवी, स्थानीय निवासी

*स्थानीय लोग इसी तालाब किनारे करते हैं पूजा:* स्थानीय लोगों की मानें तो इस तालाब में हमेशा गंदगी पसरा हुआ रहता है. इसी तालाब में क्षेत्र के लोग मूर्ति विसर्जन से लेकर दशगात्र के लिए भी पहुंचते थे. हालांकि प्रशासन की ओर से यहां सफाई और जिर्णोद्धार को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जाता. यहां के लोग कई बार इसके लिए आवेदन दे चुके हैं. हार कर सोमवार को स्थानीय महिलाओं ने सद्बुद्धि यज्ञ किया. साथ ही छठ से पहले तालाब की सफाई की अपील की. इस दौरान पूजा गुप्ता, सीमा देवी, रीता देवी, तारा, सावित्री, रेखा, गुड्डी, शीला, गुड़िया, सोनी, आँचल आदि मौजूद थे।

सुभाष शास्त्री के साथ
राजकुमार गुप्ता
वाराणसी