रिपोर्टर मायाराम वर्मा
पीलीभीत राज्य मंत्री गन्ना विकास एवं चीनी मिलें उत्तर प्रदेश शासन संजय सिंह गंगवार द्वारा मुख्यमंत्री गन्ना विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम” के अंतर्गत मास्टर ट्रेनर्स के तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया।गया
संजय सिंह गंगवार, माननीय राज्य मंत्री, गन्ना विकास एवं चीनी मिलें, उ. प्र. शासन, द्वारा मुख्यमंत्री गन्ना विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम” के अंतर्गत मास्टर ट्रेनर्स के तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया।यह तीन दिवसीय प्रशिक्षण कर्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र पीलीभीत में आयोजित किया गया है। माननीय मंत्री जी द्वारा बताया गया कि पूरे प्रदेश में सभी गन्ना विकास परिषदों से कुल 1520 मास्टर ट्रेनर तैयार किये जायेंगे। यह मास्टर ट्रेनर सभी गन्ना क्षेत्र की न्यायपंचायत-वार कृषकों को प्रशिक्षण देंगे।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गन्ना किसानों को गन्ना खेती की नवीन तकनीकी एवं नवीन गन्ना किस्मों की जानकारी देना एवं गन्ना खेती को अधिक लाभकारी बनाने हेतु कृषकों को प्रशिक्षित करना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान क्रेंद्र के वैज्ञानिक गण , सहायक निदेशक गन्ना किसान संस्थान शाहजहांपुर, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी एवं ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा।
प्रशिक्षण के दौरान मुख्य रूप से गन्ना विकास विभाग की मुख्य योजनाओं, गन्ने की उन्नत किस्मों की पहचान व गुण, विभाग के गोदामों में उपलब्ध कृषि निवेश, गन्ने के साथ विभिन्न फसलों की सहफसली खेती, गन्ने में लगने वाले मुख्य रोग एवं कीट प्रबन्धन, गन्ना बुवायी की विभिन्न विधियों आदि की जानकारी दी जायेगी। खुशीराम भार्गव, जिला गन्ना अधिकारी पीलीभीत द्वारा विस्तार से कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुये जानकारी दी गयी कि जनपद की सभी पाँच गन्ना विकास परिषदों से दस-दस (गन्ना पर्यवेक्षक, चीनी मिल कर्मचारी एवं प्रगतिशील गन्ना कृषकों) को मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जायेगा, जो आगे चलकर न्याय पंचायत स्तर पर बेहतर खेती के लिये कृषकों को प्रशिक्षित करेंगे।
कार्यक्रम से पहले दिन श्री प्रवीन कपिल सहायक निदेशक, गन्ना किसान संस्थान शाहजहाँपुर द्वारा गन्ने की जैविक एवं प्राकृतिक खेती का महत्व बताते हुये विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कृषि रसायनों का अत्यधिक प्रयोग गन्ने से मित्र कीट एवं लाभदायक जीवाणु नष्ट हो जाते हैं, इसके साथ ही जल एवं वायु प्रदूषण भी बढ़ता है। जहरीले रसायनों से उत्पादित फसलें मानव जीवन के लिये अत्यधिक घातक हैं।
आज के कार्यक्रम में जिला गन्ना अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र से वैज्ञानिक, डॉ. एस. एस. ढाका, डॉ. ए. एस. राठी, डॉ. दीपक कुमार, डॉ. सौरभ तोमर, गन्ना किसान संस्थान शाहजहाँपुर से सहायक निदेशक डॉ. प्रवीन कुमार कपिल, मृदा परीक्षण लैब प्रभारी, रोहित वर्मा, समस्त ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक, समस्त सचिव एवं मास्टर ट्रेनर उपस्थित रहे।