विश्व प्रकृति निधि एवं गन्ना विभाग के सौजन्य से गन्ना किसान गोष्ठी का आयोजन

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रिपोर्टर मायाराम वर्मा पीलीभीत

विश्व प्रकृति निधि एवं गन्ना विभाग के सौजन्य से गन्ना किसान गोष्ठी का आयोजन

पीलीभीत 21 फरवरी 2025/आज विश्व प्रकृति निधि ( डब्लू डब्लू एफ ) एवं गन्ना विकास विभाग के सौजन्य से पीलीभीत टाइगर रिज़र्व से लगे ग्राम गढ़ा लालपुर मंे बसंतकालीन गन्ना बुवाई के सम्बन्ध मे एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी मे कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ यस यस ढाका ने किसानो के गन्ना बोने से लेकर फसल कटाई तक की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसान भाई कीट व्याधि रहित बीज का चयन करे। बोने से पहले बीज एवं भूमि का शोधन अवश्य करे स ऐसा करने से बीज एवं भूमि जनित बीमारी नहीं लगती है। बुवाई हमेशा एक आंख के टुकड़े से करे। ख़ुशी राम भार्गव जिला गन्ना अधिकारी पीलीभीत द्वारा बताया गया कि जनपद मे इस वर्ष 46600 हे. में गन्ना बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके लिए 28.25 लाख कुं बीज की आवश्यकता है। बीज का आरक्षण कर लिया गया है। इसमें 13.85 लाख कुं बीज गन्ना विभाग एवं चीनी मिलो द्वारा दिया जायेगा तथा 14.40 लाख कुं बीज स्वयं किसानो द्वारा अपने खेत पर आरक्षित किया गया है। किसानो को कोशा 13235, कोशा 17231, कोशा 18231,को लख 14201, को 15023,को लख 15466 जैसी उन्नतिशील गन्ना किस्मो का बीज किसानोें को मिलेगा। वर्तमान मे गन्ना बुवाई तेजी से हो रही है। अब तक जिले में 4600 है. में गन्ना बुवाई की जा चुकी है। बसंतकालीन गन्ना बुवाई के साथ उर्द, मूंग, खीरा, ककड़ी, भिंडी, तोरई, खरबूजा, सूरजमुखी आदि फसलों की सहफसली खेती भी की जा सकती है। सहफसली खेती से अधिक आमदनी भी ली जा सकती है। मनीष सिंह (डी एफ ओ-पीलीभीत टाइगर रीज़र्व) ने बताया कि गढ़ा लालपुर के जो किसान पहली बार गन्ना बोना चाह रहे है उनको गन्ना बीज निशुल्क दिया जायेगा। इसके लिए इच्छुक किसान इको डेवलपमेंट कमेटी से सम्पर्क कर सकते है। के बी शर्मा (केन हेड एल एच चीनी मिल) गोष्ठी मे संजय श्रीवास्तव ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक पूरनपुर पीलीभीत,नरेश कुमार (यस पी ओ), राबिन सिंह (आर.ओ) बनवारी लाल (अध्यक्ष इको डेवलपमेंट कमेटी), रूद्र प्रताप सिंह (यस डी ओ), नेम चंद्र निरंजन सिंह व अन्य लोगों ने प्रतिभाग किया।