सरकार की लाख कोशिश के बाद भी मनरेगा में नहीं थम रहा भ्रष्टाचार विकासखंड ललौरी खेड़ा के जतीपुर का मामला
हरीश गंगवार पीलीभीत
पीलीभीत केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी मनरेगा योजना में लगातार पारदर्शिता के लिए बदलाव किए जा रहे हैं जिससे गरीबों को रोजगार मिल सके
वहीं
रोजगार सेवक प्रधान और सचिव तकनीकी सहायक नियमों को दरकिनार कर भ्रष्टाचार करने के तरीके खोज लेते हैं हाल ही में सरकार ने पारदर्शिता के लिए
मनरेगा में काम करने वाले सभी श्रमिकों का उनके कार्य स्थल पर ही बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराया जाना सुनिश्चित किया है इसके लिए मनरेगा साफ्ट एप्लीकेशन मोबाइल का प्रयोग किया जाता है जिससे फर्जी उपस्थिति की शिकायतें दूर हो सके
मगर शासन के नियमों को दरकिनार कर विकासखंड ललौरी खेड़ा के गांव जतीपुर में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मात्र 7 से आठ लोगों के फोटो से ही 17 प्रेजेंट लगाई जा रही है यहां सीसी रोड का निर्माण दर्शाते हुए हर रोज फर्जी फोटो लगाकर हाजिरी लगाने का काम किया जा रहा है एनएमएमएस की साइट पर जाकर अलग-अलग अपलोड किए गए फोटो से इसका आकलन किया जा सकता है
अगर आप एनएमएमएस की साइट पर देखेंगे तो 4 फरवरी को अलग पहचान के लोगों का फोटो अपलोड है और 5 फरवरी को -अलग जबकि जिन 17 नाम से हाजिरी लगाई जा रही हैं उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है जिससे साफ प्रतीत होता है की फोटो फर्जी है और बगैर काम करने वाले लोगों के फोटो खींचकर साइट पर अपलोड किए गए हैं
जब इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से बात की गई तो एक दूसरे के ऊपर पल्ला झाड़ने नजर आए
फिलहाल अपलोड किए गए फोटो से प्रेजेंट लगाए गए नामो की जांच कराई जाए तो बड़ा फर्जी वाला निकल सकता है