सरकार की लाख कोशिश के बाद भी मनरेगा में नहीं थम रहा भ्रष्टाचार विकासखंड अमरिया के गांव महचंदी का मामला
पीलीभीत केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी मनरेगा योजना में लगातार पारदर्शिता के लिए बदलाव किए जा रहे हैं जिससे गरीबों को रोजगार मिल सके
वहीं
रोजगार सेवक प्रधान और सचिव तकनीकी सहायक नियमों को दरकिनार कर भ्रष्टाचार करने के तरीके खोज लेते हैं हाल ही में सरकार ने पारदर्शिता के लिए
मनरेगा में काम करने वाले सभी श्रमिकों का उनके कार्य स्थल पर ही बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराया जाना सुनिश्चित किया है इसके लिए मनरेगा साफ्ट एप्लीकेशन मोबाइल का प्रयोग किया जाता है जिससे फर्जी उपस्थिति की शिकायतें दूर हो सके
मगर शासन के नियमों को दरकिनार कर विकासखंड अमरिया के गांव महचंदी में
नूर बक्श के घर से सलामत के घर इकबाल के घर से महबूब के घर तक तक नाली व इंटरलॉकिंग का कार्य चल रहा है जिसमे
लगभग 10 लोग मनरेगा से कार्य कर रहे हैं और 37 हाजिरी अपलोड की जा रही है
फर्जी फोटो लगाकर हाजिरी लगाने का काम किया जा रहा है
बगैर काम करने वाले लोगों के फोटो खींचकर साइट पर अपलोड किए गए हैं
अगर फोटो मे दर्शाये गए लोग और जिन 37 लोगों के नाम से लगाई गई हाजिरी का मिलान किया जाए तो अपने आप फर्जीवाड़ा सामने आ जाएगा