सादियां प्राथमिक विद्यालय के अंदर हेड मास्टर का दारू पीते वीडियो हुआ वायरल देव स्वरूप पटेल ने मुख्य सचिव गोपन विभाग से की शिकायत कठोर कार्यवाही की मांग

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स्कूली शिक्षा पर ग्रहण नशेड़ी हेड मास्टर की वीडियो वायरल पीलीभीत डीएम से शिकायत पीलीभीत आपको बता दें क्रांतिकारी विचार मंच उत्तर प्रदेश प्रांतीय संरक्षक देव स्वरूप पटेल ने अपने पत्र के माध्यम से नशेड़ी शिक्षक की शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है 18 अक्टूबर 2023 को दिए गए पत्र में कहा गया है की तेज बहादुर अध्यापक प्राथमिक विद्यालय सादियां विकासखंड बिलसंडा जनपद पीलीभीत का अध्यापन कार्य के लिए चैन होने के समय विकासखंड पूरनपुर जनपद पीलीभीत में तैनाती मिली थी चूंकि तेज बहादुर गांव बड़गांव थाना दियोरिया कला का पैत्रक निवासी है लेकिन वह बचपन से ही गांव में अपने परिवारी जनों के साथ आज तक साल में त्योहार आदि में एक दो बार ही आता जाता रहा है गांव में अभी भी नहीं रह रहा है वह बड़ा गांव से अति निकट सादियां में कार्यरत है फिर भी वह 25 ,30 किलोमीटर दूर ग्राम खड़सरा थाना भुता जनपद बरेली से अपने भतीजी दामाद प्रेमपाल के साथ वहां रहकर विद्यालय आता जाता है महोदय दोनों शातिर प्रवृत्ति के हैं और तेज बहादुर के जो भी जहां सहयोगी साथी हैं वह भी सब 24 घंटे शराब के नशे में रहने के आदी हैं

इसी प्रवृत्ति के कारण तेज बहादुर अध्यापक ने विद्यालय में अध्यापन के समय सार्वजनिक तौर पर अपने कक्ष कार्यालय में बैठकर शराब की बोतल लेकर शराब पी शराब इतनी अत्यधिक मात्रा में पी की वह शराब पीकर अपने कक्ष में गिर गया और वह यह कार्य विद्यालय में ही नहीं जहां कहीं भी अपने दोस्तों के साथ 1 घंटे भी रुकता है तो वह ऐसे ही शराब के नशे में दिखाई देता है जिसका वीडियो विद्यालय में ही किसी स्वच्छ छवि वाले इंसान ने बना लिया और जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो खंड शिक्षा अधिकारी बिलसंडा ने उक्त अध्यापक को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जिसका उसने जवाब नहीं दिया ऐसे ही सामाजिक एवं विभागीय नियमों का उल्लंघन के कुकरित अध्यापक तेज बहादुर ने पूरनपुर आदि जहां-जहां भी विद्यालय भी तैनात रहा है वहां-वह किए हैं जिस कारण उसका कभी वेतन काटा गया कभी नोटिस जारी हुए और जानकारी में आया है कि निलंबित भी हुआ है

विचारणीय है कि तेज बहादुर अध्यापक अत्यधिक नशे का आदी होने के कारण अपना अध्यापन कार्य भी नहीं करता है और जब विभागीय अधिकारी क्लर्क या कोई भी कर्मचारी उनको सही से ड्यूटी करने को कहता है तो वह उसके विरुद्ध झूठी घटनाएं बनाकर शिकायत कर फसाने का कार्य करता है ऐसा ही प्रकरण तेज बहादुर अध्यापक ने दिनांक 11 अक्टूबर को खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी पद पर तैनात विकल्प सिन्हा निवासी ग्राम ईंट गांव थाना बालसंडा तहसील बीसलपुर जिला पीलीभीत को एंटी करप्शन से पकड़वाने को दिनांक 9 अक्टूबर 2023 को कार्यालय भ्रष्टाचार निर्माण संगठन बरेली इकाई जनपद बरेली को एक शिकायती पत्र अधिकारी को गलत तथ्यों पर तैयार कर दिया कि विकल्प सिन्हा द्वारा मुझे मेरे वायरल वीडियो का नोटिस दिया गया है और मैंने उसका जवाब भी दे दिया है मगर विकल्प सिन्हा ने मेरी शिकायत निवारण को ₹10000 की मांग की है अध्यापक ने अपना वेतन भी रुका हुआ शिकायत में बताया और तेज बहादुर अध्यापन ने इस शिकायत पत्र में यह भी लिखा है कि मेरा रुका वेतन मेरे खाते में आ गया है

इसके बाद अध्यापक ने अपने भतीजे दामाद प्रेमपाल के साथ यह भी झूठा तथ्य तैयार किया वेतन के बाद ₹5000 विकल्प सिन्हा मांग रहे हैं महोदय तेज बहादुर अध्यापक निश्चित तौर पर स्नातक या स्नाकोत्तर शिक्षा प्राप्त हैं तो उन्हें यह भी ज्ञात होगा कि अध्यापक को शराब कभी नहीं पीनी चाहिए क्योंकि वह समाज को अच्छा बनाने का कार्य करने वाले होते हैं और विद्यालय में तो शराब पीना और शराब पीकर अत्यधिक नशे में छात्र-छात्राओं के बीच रहना सामान्य नहीं जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है क्योंकि उसे पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं पर अध्यापक की नशेड़ी आदत को देखकर गलत प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है महोदय तेज बहादुर अध्यापक उच्च शिक्षा होने के कारण यह भी जानते थे कि उन्हें लिखित में नोटिस विकल्प सिन्हा के हस्ताक्षर से नहीं खंड शिक्षा अधिकारी बिलसंडा के हस्ताक्षर से प्राप्त हुआ है और उनका कोई भी विभागीय कार्य आदि लंबित है तो वह खंड शिक्षा अधिकारी बिलसंडा या उच्च अधिकारी करेंगे तो फिर जब विकल्प सिन्हा के अधिकार क्षेत्र में कोई भी कार्यवाही अध्यापक तेज बहादुर का लंबित नहीं था तो फिर तेज बहादुर अध्यापक ने कौन से नियम के तहत विकल्प सिंह को रिश्वत लेने का आरोप लगाकर पकड़वाया हां यदि शिकायतकर्ता तेज बहादुर अध्यापक ने अपने शिकायत पत्र में यह उल्लेख किया होता कि विकल्प सिन्हा उसके खंड शिक्षा अधिकारी बिलसंडा या किसी उच्च विभागीय अधिकारी से कार्य निस्तारण को शिकायतकर्ता अध्यापक से पैसे मांग रहे हैं तब भी यह माना जाता है कि विकल्प सिन्हा ने कोई गैर कानूनी कार्य करने की बात कही है चूंकि शिकायतकर्ता ने इसका कहीं उल्लेख नहीं किया कि विकल्प सिन्हा विभागीय उच्च अधिकारियों से काम करने को पैसे मांग रहे हैं और यह शिकायतकर्ता तेज बहादुर अध्यापक ने जानबूझकर बहुत ही सातिराना दिमाग लगाते हुए कहीं शिकायत में उल्लेख नहीं किया कि उच्च अधिकारियों के नाम पर विकल्प सिन्हा ने पैसे मांगे हैं या कोई रिश्वत के पैसों की मांग की ही नहीं गई थी और अगर यह भी की गई होती तो जिसके अधिकार क्षेत्र में लंबित कार्य का निस्तारण आता है तो उस अधिकारी का नाम शिकायत पत्र में लिखा गया होता चुकि कोई उचित कार्य अध्यापक तेज बहादुर का विभाग में लंबित नहीं था और यदि लंबित था तो उसे सर्वप्रथम अपना काम निस्तारण करने को विभागीय अधिकारियों एवं किसी प्रशासनिक अधिकारियों यहां तक की शासन में शिकायत करने का प्रावधान है और यह मुझसे ज्यादा अध्यापक तेज बहादुर को जानकारी है क्योंकि वह सरकारी कर्मचारी है

महोदय जिस समय गलत तथ्यों पर आधारित शिकायत पत्र के आधार पर नशे का आदि अध्यापक तेज बहादुर शिकायत करता ने विकल्प सिन्हा को रिश्वत लेते पकड़वाया उस समय विकल्प सिन्हा सर्वविदित है और लिखित है कि वह अपने परिवरीजन श्री मुकेश सक्सेना एडवोकेट पत्रकार का डेंगू की गंभीर बीमारियों का इलाज डॉक्टर हिमांशु सक्सेना के अस्पताल बिलसंडा में कर रहे थे जहां पर तेज बहादुर गौतम ने अपने भतीजी दामाद प्रेमपाल निवासी ग्राम खडसरा थाना भुता जनपद बरेली को जो खुद नशे का आदी है और तेज बहादुर के वेतन से ही अपने परिवार का जीवन यापन करता है के मोबाइल नंबर से शिकायत करता अध्यापक तेज बहादुर ने विकल्प सिन्हा को फोन किया कि मुझे डिप्टी साहब को अपने नोटिस के जवाब के पेपर देने हैं और वह कार्यालय में नहीं है आप मेरा इतना काम कर देना मैं अपने कागजातों का लिफाफा आपको दे रहा हूं आप मेरा वह लिफाफा डिप्टी साहब को दे देना मैं आपका बहुत आभारी रहूंगा

महोदय जनता एवं विभाग में सर्वविधिक है कि विकल्प सिन्हा बहुत ही सरल स्वभाव और हेल्पिंग नेचर का युवक है उसके इसी स्वभाव का भावनात्मक इस्तेमाल करते हुए गलत तथ्यों पर आधारित शिकायतकर्ता करने वाले अध्यापक तेज बहादुर के कागज के लिफाफे को अस्पताल के पास अध्यापक तेज बहादुर ने विकल्प सिंह को बाहर बुलाकर रोड पर दे दिया जिसके साक्ष्यप वहां रोड पर मौजूद जनमानस में से एवं दुकान एवं भवन स्वामियों में से मुझे बताए गए हैं

हिम्मी को अध्यापक तेज बहादुर द्वारा कागज का लिफाफा देते हुए देखा है महोदय चूकि विकल्प सिन्हा को क्षेत्रीय गांव एवं बिलसंडा में उसे घरेलू नाम से आम जनता जानती है और वह उसका घरेलू नाम हिम्मी है

विकल्प सिन्हा उर्फ हिम्मी को आम जनता इसलिए जानती है कि वह बहुत ही सामाजिक परिवार मुकेश सक्सेना एडवोकेट पत्रकार का परिवरीजन है और वह वही पला है वही पढ़ा है और वही अपनी मां के स्थान पर चतुर्थ श्रेणी की सर्विस करता है महोदय चुकी मैं शिकायतकर्ता अध्यापक तेज बहादुर की चाल चलन नशेड़ी प्रवृत्ति एवं गलत आदतों पर आधारित आपको इस शिकायत पत्र में सही प्रकरणों से अवगत करा रहा हूं इसलिए भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई बरेली के अधिकारियों अधिकारी गणों द्वारा की गई विकल्प सिन्हा के ऊपर कानूनी कार्रवाई को मैं चुनौती नहीं दे रहा हूं क्योंकि वह कानूनी प्रकरण है और इसका विधिवत जवाब उनके विद्वान अधिवक्ता का विषय है महोदय शिकायतकर्ता अध्यापक तेज बहादुर युवा अवस्था से कभी कुछ वर्षों के लिए मौलवी का रूप बना लेता था और कभी सिख समाज के सरदार भाइयों की वेशभूषा की पगड़ी बांधकर बना लेता था जो उसकी सर्विस बुक के फोटो में भी है जबकि उसका जन्म और पालन पोषण हिंदू धर्म की वेशभूषा का है महोदय अध्यापक तेज बहादुर युवा अवस्था में पंजाब कश्मीर आदि राज्यों में बरसों वर्ष आता जाता रहा और रहता भी रहा और वहीं से इसने वेशभूषा अलग-अलग धर्म की बदलना सीखा महोदय उपरोक्त उल्लेखित बिंदुओं से स्पष्ट होता है कि शिकायतकर्ता अध्यापक तेज बहादुर के छात्र जीवन से अभी तक पूरे जीवन के कार्यकलापों की गोपनीय एवं उच्च स्तरीय विभागीय जांच कराना न्याय एवं जन , शासन हित में अति आवश्यक है

पत्र में दिए गए बिंदुओं पर गोपनीय जांच कर कठोर कार्यवाही की मांग की गई है