रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सोमवार को भारत में अल्पसंख्यक अधिकारों के बारे में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा (Barack Obama) के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें पहले यह सोचना चाहिए कि उनके कार्यकाल के दौरान कितने मुस्लिम-बहुल देशों पर हमले हुए।
गुरुवार को एक इंटरव्यू में, ओबामा ने कथित तौर पर कहा कि यदि भारत “जातीय अल्पसंख्यकों” के अधिकारों की रक्षा नहीं करता है, तो इस बात की प्रबल संभावना है कि किसी बिंदु पर देश अलग होना शुरू हो जाएगा।
यहां एक राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिंह ने कहा कि ओबामा को पता होना चाहिए कि भारत के लोग ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की अवधारणा में विश्वास करते हैं और सभी लोगों को एक वैश्विक परिवार के सदस्यों के रूप में मानते हैं।
ओबामा की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर सिंह ने संवाददाताओं से कहा, “उन्हें (ओबामा को) यह भी सोचना चाहिए कि (अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में) उन्होंने कितने मुस्लिम देशों पर हमला किया है।”
सिंह ने कहा कि भारत का चरित्र धर्मनिरपेक्ष है क्योंकि हिंदू, मुस्लिम और ईसाई समेत विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ सौहार्दपूर्वक रहते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं आपको विश्वास के साथ बताना चाहता हूं कि मुस्लिम देशों में भी समुदाय के सभी 72 संप्रदाय नहीं होंगे। केवल भारत में ही आपको ये सभी मिलेंगे।”