कोटा के सिटी पार्क को देखकर मिश्र हुए भाव विभोर

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कोटा,01 मार्च (वार्ता) राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र कोटा में अपने प्रवास के दौरान सिटी पार्क को देखकर इतने भाव-विभोर हो गए कि उन्होंने इसे अद्भुत-अनुपम जैसे कई शब्दों से अलंकृत कर दिया और इसे राजस्थान की पहचान की संज्ञान तक दे डाली। श्री मिश्र के अपने शब्दों में- ” आज सिटी पार्क को घूम कर देखा। मैं कह सकता हूं कि यह अनुपम है- अद्भुत है और संभवत हिंदुस्तान में इस स्तर का उधान कहीं नहीं होगा। यहां सभी का समावेश है। पार्क में प्रकृति को आत्मसात किया है। मनुष्य प्रकृति है। प्रकृति और मनुष्य एक दूसरे से जुड़े हैं। यदि किसी को अलग करेंगे तो निश्चित रूप से जबरदस्त असंतुलन हो सकता है। पार्क के माध्यम से संदेश दिया है। बाहर से लाकर वृक्ष लगाए गए हैं। बताया गया है कि पहले यहां पठार था लेकिन अब जबरदस्त हरियाली है। शीश महल जैसी कल्पना को यहां साकार किया गया है। ” सिटी पार्क की जमकर तारीफ करते हुए श्री मिश्र ने कहा कि-” जो भी कोटा आए, उसे आकर इसे देखना चाहिए। मैंने पूरे देश की हर चीज को तो नहीं देखा, लेकिन यह कह सकता हूं कि देश की जो कुछ बेहतरीन गिनी-चुनी चीजें हैं, उनमें कोटा के सिटी पार्क को रखा जा सकता है। यहां घूमेंगे तो किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। यहां आराम से घूम कर चार-पांच घंटे बिताये जा सकते हैं। शांति की अनुभूति की जा सकती है। यहां महात्मा बुद्ध की प्रतिमा है जो शांति का संदेश देती है। साथ प्रकृति को बचाने यानी सेव अर्थ का संदेश दिया गया है। सौंदर्यकरण के साथ उसमें प्रकृति का समावेश किया गया है। यह अद्भुत है-अनुपम है। श्री मिश्र ने विभिन्न ब्लॉकों में विश्वस्तरीय प्रजातियों के फूलों के पौधों, फव्वारों, सघन वन क्षेत्र, तालाबों, नहर, स्टोनब्रिज, मयूरचौक, फ्लेमिंगों कोर्ट, बोटिंगडक, बोटलिंग गार्डन, फूडकोर्ट, म्यूजिक फाउंटेन, ट्रीमैन एव नॉलेज ऑफ फ्रीडम सर्किल का अवलोकन कर ग्लासहाउस में बैठ कर स्वल्पहार लिया। उन्होंने पार्क के निर्माण के लिए सरकार के प्रयासों तथा कार्यकारी एजेंसी के रूप नगर विकास न्यास के कार्यो की सराहना की। उन्होंने पार्क में पौधा रोपकर हरियाली बढाने का संदेश दिया।