पीलीभीत 22 सितम्बर 2023/उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग,जनपद पीलीभीत द्वारा राष्ट्रीय कृिष विकास योजना के अन्तर्गत गांधी प्रेक्षागृह/ स्टेडियम में कृषक संगोष्ठी एवं किसान मेला का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी मेें लगभग पाॅच सौ कृषकों/उद्यमियों एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी/कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया ।
सभी सरकारी विभागों एव अन्य कृषि विकास से सम्बन्धित उर्वरक /रसायन विक्रेता यथा कृषि, उद्यान, गन्ना,रेषम, मत्स्य, ग्राम विकास ,पषुपालन एवं महिला स्वयं सहायता समूह आदि के अतिरिक्त पर डाॅप मोर क्राॅप से संबंधित कम्पनियों द्वारा भी अपन से सम्बन्धित स्टाॅल लगाकर प्रचार-प्रसार किया गया ।
उक्त किसान संगोष्ठि में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ0 एस0एस ढ़ाका,डाॅ0 डी0के0 धनगार एवं डाॅ सौरभ तोमर द्वारा कृषि एवं औद्यानिक फसलों की खेती से संबंधित तकनीकी जानकारी उपलब्ध करायी गयी, जिसमें मुख्य रूप से कृषकांे को आर्थिक रूप सें आत्मनिर्भर होने के लिए पुष्प एवं सब्जियों की खेती पर विषेष रूप से बल दिया गया।
श्री बाली शरण,प्रभारी जिला उद्यान अधिकारी,पीलीभीत द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अन्तर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों यथा आम,अमरूद,लीची, पपीता एवं सब्जियों की खेती यथा टमाटर,षिमला मिर्च,फूल गोभी,पत्ता गोभी के अतिरिक्त पुष्प ग्लेडियोलस/गेदा आदि के साथ-साथ मसालों की खेती(हल्दी,लहसुन आदि)की वैज्ञानिक खेती के सम्बन्ध में कृषकों एवं उद्यमियों के हितार्थ गुणवत्तायुक्त उत्पादन एवं प्रबन्धन के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।
विशेष रूप से षिक्षित बेरोजगार युवकों को श्री चैधरी द्वारा सुझाव दिया गया कि वेन्टिलेटेड पाॅलीहाउस में हाई वैल्यु सब्जीयांे यथा कलर्ड षिमला मिर्च,हाइब्रिड टमाटर के अतिरिक्त जरबेरा,बडेड गुलाब,कारनेषन आदि पुष्प की खेती कर कम जगह में अधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
सरकार द्वारा पाॅली हाउस के निर्माण पर प्रति लाभार्थी अनुमन्य क्षेत्रफल 4000 वर्ग मीटर तक देय है,जिसमें अनुमन्य इकाई लागत 710 रूपया के दर से पचास प्रतिषत अनुदान देय है। इसी प्रकार संचालित औद्यानिक उपकरण ट्रैक्टर 20 बीएचपी तक तीन लाख प्रति युनिट लागत के सापेक्ष सामान्य वर्ग के किसानों के लिए 25 प्रतिषत एवं लघु सिमान्त/अनु0 जाति एवं महिलाओं के लिए 35 प्रतिषत अधिकतम एक लाख अनुदान देय है।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अन्तर्गत कृषकों/कृषक उत्पादक समूह एवं महिला स्वयं सहायता समूह के लिए छोटे उद्योगों यथा आॅयल स्पेलर,आटा चक्की,बेकरी,पनीर,अचार मुरब्बा व जैगरी उद्योग आदि स्थापित किये जाने हेतु बैकों के मदद से परियोंजना प्रस्ताव का 35 प्रतिषत अर्थात कुल रूपया 10 लाख अनुदान देय है।
प्रभारी जिला उद्यान अधिकारी द्वारा कृषि फसलों को सिंचाई का माध्यम ड्रीप एवं स्प्रिन्कलर का प्रयोग के लिए सुझाव दी गयी, जिसमे ंसरकार द्वारा 75 से 90 प्रतिषत तक अनुदान देय है। इस विधि से किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन के साथ-साथ श्रम एवं विद्युत के अतिरिक्त फसलों में उपयोग किये जाने वाले उर्वरक एवं दवा का प्रयोग भी कम होता है। इसके साथ-साथ खरपतवार कम होने से मुख्य फसल को पोषक तत्व एवं पानी समय से आवष्यकतानुसार मिलता रहता है।
उक्त गोष्ठी में श्री सुनील कुमार, आहरण वितरण अधिकारी, कार्यालय जिला उद्यान अधिकारी, पीलीभीत उपस्थित रहे। श्री कुमार द्वारा फल, सब्जी एवं पुष्प की खेती के लिए कृषकों को आर्थिक रूप सुदृण होने का आधार बताया, जिसमें लघु एवं सीमान्त कृषकों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
उपरोक्त के अतिरिक्त कृषि विभाग के उप निदेषक कृषि श्री संतोष कुमार सविता एवं जिला कृषि अधिकारी श्री विनोद कुमार द्वारा अपने विभागीय योजनाओं की जानकारी के साथ-साथ खेतों में पराली जलाने से होने वाले नुकसान आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी। कृषकों को खेतों में फसलों के कटाई के उपरान्त अवषेष पराली को खेत कें अन्दर ही किसी कोनेें में गड्ढा तैयार कर कम्पोस्ट तैयार किये जाने का सुझाव दिया गया।
आज दिनांकः 22.09.2023 को आयोजित कृषि एवं उद्यान विभाग द्वारा कृषक मेला सफल रहा, जिसमें मुख्य विकास अधिकारी, अपरजिलाधिकारी एवं सभी विकास से सम्बन्धित सभी विभागों के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।
श्री धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य विकास अधिकारी, पीलीभीत महोदय द्वारा उपस्थित कृषकों/उद्यमियों को सुझाव दिया गया कि आप अपनी किसी भी समस्या का समाधान हेतु सभी अधिकारियांे का फोन नम्बर अवष्य रखें एवं सम्बन्धित विभाग के द्वारा संचालित योजनाओं कार्यक्रमों का शतप्रतिषत सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया अनुदान का लाभ उठाये। यदि आपके द्वारा किसी भी प्रकार कोई समस्या या जानकारी मुझसे चाहते है तो मेरे मोबाइल नंम्बर पर या विकास भवन कार्यालय में आकर मिल सकते है।
उक्त के अतिरिक्त जनपद के प्रतिनिधि यथा विकास-मरौरी एवं ललौरीखेड़ा के ब्लाक प्रमुख आदि भी इस आयोजन में उपस्थित रहकर कृषकों/उद्यमियों को जनपद की समस्याओं एवं उनके निराकरण आदि से अवगत कराया गया। अन्त में सभी प्रतिभागियों को आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित कर गोष्ठी का समापन किया गया।