जिलाधिकारी की अध्यक्षता में वन क्षेत्र से सटे ग्रामों के ग्राम प्रधानों के साथ बैठक हुई सम्पन्न।

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जिलाधिकारी की अध्यक्षता में वन क्षेत्र से सटे ग्रामों के ग्राम प्रधानों के साथ बैठक हुई सम्पन्न।

रिपोर्ट मायाराम वर्मा पीलीभीत

पीलीभीत जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जंगल एरिया से सटे ग्रामों के ग्राम प्रधानों के साथ बैठक गांधी सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में उन्होंने ग्राम प्रधानों की समस्याओं को सुना। बैठक के दौरान उन्होंने सभी ग्राम प्रधानों को सम्बोधित करते हुये कहा कि जंगल से सटे ग्रामीण जो वन्यजीव एवं मानव संघर्ष के प्रति जागरूक किया जाये कि वह अकेले जल्दी सुबह व सायं के समय खेतों पर न जाये, खेतों में कार्य करने हेतु समूह बनाकर खेतों में कार्य करें। इसके साथ ही खाली हाथ कभी न जाये हाथ में लाठी डंडा व टार्च लेकर ही घर से निकलें। बैठक के दौरान ग्राम प्रधान द्वारा टांडा छत्रपति में लाईट न होने की समस्या बताई, ढकिया ता0 महाराजपुर में हाथी के झुंड के द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाने की समस्या से अवगत कराया। सेल्हा में तेंदुओं द्वारा अक्सर मवेशियों पर हमला की समस्या बताई, ग्राम बजरिया में सफाई कर्मी गांव में न आने की समस्या से अवगत कराया गया, जिलाधिकारी उक्त समस्या का शीघ्र निस्तारण करने हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये। मथना जप्ती में हाई वोल्टेज व लो वोल्टेज की समस्या बताई, सुंदर नगर में सड़क की समस्या से अवगत कराया गया। ग्राम प्रधान महोफ ने ग्राम में लाईटे लगवाने की मांग व जनपद का मुख्य मार्ग पर खंडजा मार्ग को पक्की सड़क की मांग की। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी को अवगत कराया कि वन क्षेत्र के 25 कि0मी0 में तार फेसिंग का कार्य कराया जा चुका है व 25 किमी0 और तार फेसिंग हेतु धनराशि प्राप्त हो चुकी है शीघ्र ही तार फेसिंग का कार्य कराया जायेगा। बैठक में अवगत कराया गया कि वन सीमा के किनारें स्थित ग्रामों में 750 स्ट्रीट लाइटें लगाने का कार्य किया जा रहा है, अब तक 350 स्ट्रीट लाईटें लगायी जा चुकी है। उन्होंने सभी ग्राम प्रधानों को निर्देश दिये कि जिन पात्र व्यक्ति के पास अपना पक्का मकान नही है उनकी सूची खण्ड विकास अधिकारियों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें जिससे की उनको आवास दिया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये संवेदनशील ग्रामों में शौचालय का पुनः सर्वे का कार्य कराया जाये जिससे कि जिनके घर पर शौचालय नहीं उनको शौचालय की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सके। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, डीएफओ, जिला पंचायत राज अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित अन्य उपस्थित रहे।