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लकड़ी माफियाओं ने काट डाले हरे भरे आम वा जामुन के विशाल वृक्ष

पीलीभीत में लगातार वन विभाग के बड़े अधिकारियों से लेकर छोटे कर्मचारी लकड़ी माफियाओं से मिलकर मोटा पैसा कमाने में लगे हुए हैं और बड़े स्तर पर वन संपदा को नुकसान पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं आपको बता दे पीलीभीत जिला तराई क्षेत्र में आता है यहां चारों तरफ आपको हरियाली मिलेगी मगर अफसोस की बात यह है कि हरियाली यानी बन संपदा की देखभाल करने वाले ही हरियाली के दुश्मन बन चुके हैं धीरे-धीरे यहां पूरी तरीके से बाग बगीचों का अस्तित्व खत्म होता जा रहा हैयह जो तस्वीर आप देख रहे हैं यह बरखेड़ा वन रेंज के अंतर्गत आने बाले क्षेत्र पौटा कला स्टेशन की है लकड़ी माफिया मथुरा प्रसाद के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उसने फूटा कुआं कुररैया गांव से बगैर परमिशन के आम के विशाल काय कई वृक्षों का कटान कर दिया जिसमें कई जामुन के भी वृक्ष शामिल थेमा फिया ने जानकारी देते हुए बतायाअधिकारियों की मिली भगत से सभी वृक्षों को काटा है वह लकड़ी को ट्राली ट्रैक्टर में भरकर ला रहा था तभी अचानक कोई मीडिया कर्मी पीछे लग गया जिसके डर से स्टेशन के समीप लकड़ी को उतार कर ट्राली ट्रैक्टर लेकर भागना पड़ा मगर साहब वह कहावत यहां पर पूरी तरह सटीक बैठ गई की जब सैंया भय कोतवाल तो डर काहे काकिसी के द्वारा वन विभाग को सूचना दी गई मामला जिले के डीएफओ तक पहुंचा तो आनन फानन में वन विभाग का दरोगा तनुज जोशी मौके पर पहुंचा और लकड़ी की नापकूत शुरू कर दी तमाशा देखनेघटनाक्रम पर क्षेत्र के लोग भी आने लगेजानकारी के मुताबिक इसमें इसरार और अजीज दो लकड़ी माफिया और भी शामिल हैंलकड़ी की नाप कूत करते समय तो दरोगा जी के तेवर बड़ा सख्त थे कह रहे थे की लकड़ी माफियाओं पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा

लकड़ी की संपूर्ण नापकूत करने के बाद दरोगा जी ने पूरा खेल उल्टा कर दिया

और जिस लकड़ी माफिया मथुरा प्रसाद ने चोरी से लकड़ी के पेड़ काटे थे उसी को लकड़ी सुपुर्द कर दी जब दरोगा से जानकारी लेना चाही तो दरोगा ने फोन ही नहीं उठाया

बताया जा रहा है रेंजर रोहित जोशी लकड़ी माफिया से पहले से ही मिला हुआ था

डीएफओ साहब को जब पूरे मामले की जानकारी दी गई तो साहब भी दरोगा रेंजर पर कार्यवाही तो दूर और उन्ही का पक्ष लेते दिखे
जब बताया कि लकड़ी माफिया कह रहा है उसने वन विभाग से मिलकर ही यह पूरा खेल किया है तो सबूत के तौर पर ahn media टीम के कमरे में कैद हुए वीडियो को मांगने लगे और कहा की ऐसी बात है तो वीडियो भेजिए वीडियो का संज्ञा लेकर कार्रवाई की जाएगी

फिलहाल
इन सब बातों से ऐसा प्रतीत हो रहा है की जब तक सेटिंग ऊपर तक नहीं हुई थी तब तक कार्यवाही की बात चलती रही और जब सेटिंग ऊपर तक हो गई तो करवाई तो दूर किसी के पास कोई सटीक जवाब नहीं था

Ahn media के लिए मायाराम वर्मा के साथ हरीश गंगवार की रिपोर्ट