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मनरेगा भ्रष्टाचार
डंके की चोट पर प्रधान रोजगार सेवक ब्लॉक के अधिकारियों से मिलकर मनरेगा में कर रहे फर्जी कार्य एक बार पहले भी निकल चुका है इसी काम का पैसा डगा का मामला

पीलीभीत विकासखंड पूरनपुर में इस वक्त नरेगा में फर्जी हाजिरी लगाने का सिलसिला जारी है
आपको बता दें मनरेगा से गांव में कच्ची सड़के डालने का काम लगातार हो रहा है जबकि इस बक्त मिट्टी खुदान की एक बड़ी समस्या है क्योंकि खेतों में गन्ना धान और भी तमाम तरह की फैसले है मगर कुछ रोजगार सेवक प्रधान सचिव से मिलकर पुराने कार्यों पर दोबारा नरेगा से काम दर्शाकर पैसे निकालने की जुगाड़ में लगे हुए हैं
ऐसा ही मामला विकासखंड पूरनपुर की ग्राम पंचायत डगा से सामने आया है यहां रेहान के खेत से oc नहर तक 09/09/2024 को काम कराकर पैसा निकाल लिया गया

दोबारा फिर तकरीबन 24 सितंबर से पहले और बाद तक लगभग 250 फर्जी हाजिरी अपलोड की गई जिसकी शिकायत होने पर फर्जी हाजिरी डिलीट कर दी गई

अब दोबारा

9अक्टूबर 2024 को फिर से रेहान के खेत से OC नहर तक पहले से ही कंप्लीट बनी हुई सड़क पर घास दबाने के लिए हल्की-फुल्की मिट्टी छिड़काव कर

9 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक हर रोज 40 हाजिरी अपलोड की गई है इस वक्त ज्यादातर गांव में इस तरह का खेल इसलिए खेला जाता है कि
अब मोदी जी के डिजिटल इंडिया में बगैर काम कराए पैसा नहीं निकाल सकते इसलिए काम को भी दर्शाना पड़ता है
इस वक्त बड़े पैमाने पर अधिकारियों से मिलकर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है पहले से बनाई गई सड़कों पर दोबारा फर्जी काम दर्शाकर पैसा निकाला जा रहा है
कुछ रोजगार सेवकों द्वारा बताया गया इस तरह काम करने से मनरेगा में ऑडिट कराने में भी ज्यादा कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता आपको बता दें जानकारी मिल रही है कि ऑडिटर लोग भी ऑडिट करने के नाम पर काम अगर पूरे हैं तो एक परसेंट लेते हैं और काम नहीं है तो उसका 2% लेते हैं

 

डगा ग्राम पंचायत में प्रधान और रोजगार सेवक चचेरे भाई बताये जा रहे हैं

आपसी तालमेल के चलते मनरेगा से लाखों रुपए के बजट को ठिकाने लगा दिया गया जब भयंकर बरसात और बाढ़ की स्थिति थी तब भी डगा गांव में लगातार हाजरी अपलोड की गई और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हुए पैसा निकाला गया योगी आदित्यनाथ की जीरो टोलरेंस की नीति की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं

ग्रामीण बताते हैं कि शिकायत करने पर अधिकारी जांच का हवाला देते हुए मामले को रफा दफा कर देते हैं उल्टा शिकायतकर्ता की बुराई हो जाती है इसलिए जनता शिकायत करना नहीं चाहती किसी तरह की ठोस कार्यवाही न होने से
भ्रष्टाचार्यों के हौसले बुलंद हैं

AHN Media के लिए हरीश गंगवार के साथ मायाराम वर्मा की रिपोर्ट