पीलीभीत के विकासखंड ललौरी खेड़ा की ग्राम पंचायत गोंछ मैं सार्वजनिक शौचालय का बुरा हाल मैं सार्वजनिक शौचालय का बुरा हाल

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ललौरीखेड़ा के गोंछ में सार्वजनिक शौचालय का बुरा हाल जमीन में धस गई टॉयलेट सीटें टॉयलेट घरों को मकड़ी ने बनाया अपना घर

खबर पीलीभीत से है विकासखंड ललौरी खेड़ा के गोछ गांव में बना सार्वजनिक शौचालय 4 साल में ही जर्जर हो गया विकासखंड ललौरी खेड़ा की ग्राम पंचायत गोछ में बने सार्वजनिक शौचालय की हालात 4 वर्षों में ही खस्ता हो गई सार्वजनिक शौचालय के अंदर बनी टॉयलेट सीटे पूरी तरह जमीन के अंदर धस गईं हैं टॉयलेट घरों में लगे मकड़ी के जाल से यह साफ जाहिर होता है कि सार्वजनिक शौचालय का उपयोग नहीं हो रह लगभग 4 वर्ष में ही शौचालय के अंदर लगी टाइल्स उखड़ने लगी है घटिया मानक से बनाए गए सार्वजनिक शौचालय की दीवारों पर आप हाथ से प्लास्टर छुटा सकते है सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत मिशन योजना को सरकारी अमला पलीता लगाने में लगा हुआ है सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ कागजों में सिमट कर रह गया है सार्वजनिक शौचालय की हालत को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि बनाते समय अधिकारियों और प्रधान के द्वारा खूब भ्रष्टाचार किया गया हैआपको बता दे यह मसला एक गांव का नहीं है लगभग सभी गांव में सार्वजनिक शौचालय इसी तरह धूल फांक रहे हैं मगर हैरत इंगेज बात यह है कि कागजों में यह सभी शौचालय प्रॉपर संचालित हो रहे हैं केयरटेकर का मानदेय लगातार निकलता रहता है सरकार की ऐसी तमाम योजनाएं केवल कागजों में संचालित हो रही है और जनता को इस तरह की योजनाओं का कोई लाभ नहीं मिल रहा है