बीसलपुर के रसूखदार भूमाफिया ने पहले छीनी छोटे किसानों की जमीन अब नवीन परती की कई एकड़ सरकारी भूमि पर अधिकारियों से मिलकर कागजों में हेर फेर कर कर लिया कब्जा गौशाला की भी नहीं छोड़ी जमीन
AHN MEDIA PILIBHIT
क्या रसूखदार भूमिया के आगे घुटने टेक चुका प्रशासन रसूखदार के आगे योगी जी का एंटी भू माफिया सेल भी दिख रहा फेल
जिले के अधिकारियों ने नहीं लिया संज्ञान तो योगी के दरबार में पहुंच सकता है बीसलपुर के रसूखदार भू माफिया साबिर उर्फ गुल्लू पहलवान का प्रकरण प्रधान पति शमशुल हसन ने डीएम से की शिकायत पीलीभीत तहसील बीसलपुर के ग्राम पंचायत राजुपुर कुंडरी निवासी प्रधान पति शमशुल हसन ने डीएम को शिकायती पत्र देकर बताया है कि उनके यहां वर्ष 2010 में धारा 52 के अंतर्गत चकबंदी प्रक्रिया समाप्त की गई थी मगर साबिर खान पुत्र सफ़ितुल्ला बा अली अहमद पुत्र साबिर बा नाजरीन पत्नी अली अहमद निवासी कस्बा बीसलपुर की मोहल्ला ग्यासपुर ने चकबंदी अधिकारी से सांठ गांठ कर ग्राम पंचायत के लिए छोड़ी गई नवीन प्रति की सरकारी जमीन गाटा संख्या 1305 1280 बा 1265 में से अपने चक बनवालिए आरोप है कि चकबंदी अधिकारियों से मिलकर तीन एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया है जबकि गाटा संख्या 1305 से मिली हुई गाटा संख्या 1306 में गौशाला बनी हुई है गाटा संख्या 1305 का रकबा गायों के टहलने की जगह थी मगर भूमाफिया ने उस पर भी कब्जा कर लिया
इतना ही नहीं गाटा संख्या 1500, 1501 व 1502 शिकायतकर्ता शमशुल हसन की पत्नी नन्ही बेगम के नाम है जो कि बिना किसी सूचना के चकबंदी अधिकारियों ने नाजरा बेगम के नाम दर्ज कर दिया
अब आप सोचिए एक प्रधान अपनी जमीन जिस भू माफिया से नहीं बचा पाया उससे छोटे किसान अपनी जमीन कैसे बचा सकते हैं आरोप है राजुपुर के कई छोटे किसानों की जमीन भूमाफिया ने हड़प ली है मगर आज तक कोई कार्यवाही प्रशासन के द्वारा नहीं की गई जिससे रासुकदार माफिया के हौसले पूरी तरह बुलंद हैं बताया जा रहा है करोड़ों की अवैध संपत्ति का मालिक बन बैठा है भू माफिया यूपी के मुखिया लगातार ऐसे भूमाफियाओं पर नकेल कसने का काम कर रहे हैं मगर प्रशासन की सांठ गांठ से योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस की नीति की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं
फिलहाल शिकायतकर्ता ने कार्यवाही न होने पर योगी आदित्यनाथ के दरबार में पूरे मामले को ले जाने की बात कही है