NAQVI: भारत को बदनाम करना ‘संयोग नहीं प्रयोग’

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भारत को बदनाम करना ‘संयोग नहीं प्रयोग’
NAQVI, 16 मार्च (वार्ता)- भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भारत के संविधान, संसद, संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ सुनियोजित दुष्प्रचार “बाई चांस नहीं, बाई च्वाईस” हो रहा है। नकवी ने आज यहाँ पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कुछ “ट्रेडिशनल भारत विरोधी संस्थाओं” और “देश में जनादेश से जख्मी पार्टियों” द्वारा सुर में सुर मिलाकर भारत को बदनाम करने की बकवास बहादुरी “संयोग नहीं प्रयोग” है।

NAQVI: भारत को बदनाम करना ‘संयोग नहीं प्रयोग’

उन्होंने कहा कि 2020 में अमेरिका के राष्ट्रपति भारत में होते हैं तो शाहीन बाग होने लगता है और अब जब भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है तो लोकतंत्र, संसदीय प्रणाली और देश की पारदर्शी संस्थाओं पर हमला “बाई चांस नहीं, बाई च्वाईस” हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह डिप्रेशन “डायनेस्टी द्वारा डेमोक्रेसी को डीग्रेड करने की डींग” से ज्यादा कुछ नहीं है।
दुनिया भर में बढ़ती भारत की धमक, मोदी की धाक को धक्का देने की धूर्तता वाले खुद धूलधूसरित हो रहे हैं। नकवी ने कहा कि आज भारतीय राजनीति में आए परिवर्तन से “परिवार के पालने की विरासत को पछाड़कर परिश्रम के परिणाम की सियासत” में परिवर्तित हो गई है। उन्होंने कहा कि “बिना जमीन के जमींदारी, बिना जनाधार के जागीरदारी के जाबांज” इस परिवर्तन के माहौल को हजम नहीं कर पा रहे हैं।