संवाददाता – गोरख नाथ यूपी उत्तराखण्ड हेड
मो- 9719814348
275 हस्तलिखित पुस्तकों की प्रदर्शनी
हस्तलिखित पत्रिका ‘खटीमा दर्पण’
का लोकार्पण
बाल कवि सम्मेलन में 20 बच्चों ने सुनाई स्वरचित कविताएं
कुमाउनी लोकनृत्य व झोड़े में बच्चों ने दिखाई अपनी प्रतिभा
गीत नाटिका के माध्यम से दिया पर्यावरण जागरूकता का संदेश
खटीमा फाइबर्स में बच्चों ने
कारखाने में देखा कागज बनते हुए
खटीमा(ऊधमसिंहनगर)। अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका ‘बालप्रहरी’, भारत ज्ञान विज्ञान समिति तथा उत्तराखंड बाल कल्याण साहित्य संस्थान खटीमा के संयुक्त तत्वावधान में राणा प्रताप इंटर कालेज खटीमा में 1 जनवरी से आयोजित बच्चों की 5 दिवसीय अभिव्यक्ति कार्यशाला के समापन अवसर पर आयोजित बाल कवि सम्मेलन में हिमांक, संध्या, आलिया,, अंशिका, आरूशी, राशिका, समरीन, जोया, सोनी, नंदनी, शालिनी, आयान, यामिनी, हैदर अली, सचिन, कुशाग्र, अनुज, दिया, अथर्व व शशांक ने स्वरिचत कविताओं का वाचन किया। बाल कवि सम्मेलन का संचालन कक्षा 8 के छात्र.कुशाग्र राठौर तथा कक्षा 7 की छात्रा समरीन ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर मेरा परिचय, जीवन की घटना, यात्रा वृतांत, मेरा गांव, मेरे नाना, मेरी माताजी तथा ड्राइग,कविता,कहानी आदि को जोड़ते हुए 275 बच्चों द्वारा अलग-अलग नामों से तैयार हस्तलिखित पुस्तकों की प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। बच्चों ने जहां गीत नाटिका ‘कुदरत का विज्ञान’ के माध्यम से पर्यावरण जागरूकता का संदेश दिया। वहीं कुमाउनी लोकनृत्य व झोड़े के माध्यम से अपनी संस्कृति को बचाए रखने की मुहिम में भागीदारी की। कुमाउनी लोकनृत्य व झोड़े में मोबाइल व डीजे के गानों के बजाय सारे गीत बच्चों ने ही गाए। सफदर हाशमी के गीत ‘किताबें करती हैं बातें’ तथा उत्तराखंड के जन कवि गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ द्वारा लिखित ‘उत्तराखंड मेरी मातृभूमि’ आदि गीतों की प्रस्तुति विशेष आकर्षक रही।
प्रातः कालीन सत्र में बच्चों ने राणा प्रताप इंटर कालेज से खटीमा फाइबर्स तक जन गीत गाते हुए जागरूकता रैली निकाली ।
राणा प्रताप इंटर कालेज के प्रबंधक गीता राम बंसल ने हरी झंडी दिखाकर रैली की शुरूआत कराई। बच्चों ने खटीमा फाइबर्स में कागज बनने की प्रकिया को देखा। कार्यक्रम की प्रारंभ में अतिथियों ने कार्यशाला के उपस्थित सभी 275 बच्चों को बैज पहिनाकर सम्मानित किया। बच्चों ने औरैगैमी के तहत अखबार से बनाए गए मुकुट अतिथियों को पहिनाकर सम्मान किया। इस अवसर पर कार्यशाला के स्थानीय संयोजक तथा राजकीय उ.मा.विद्यालय छीनीगोठ के शिक्षक त्रिलोचन जोशी द्वारा तैयार हस्तलिखित पत्रिका ‘खटीमा दर्पण’ का लोकापर्ण अतिथियों द्वारा किया गया।
समापन समारोह की अध्यक्षता गीताराम बंसल ने की। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि उत्तराखंड बाल कल्याण साहित्य संस्थान के महा संरक्षक तथा खटीमा फाइबर्स के सीएमडी डॉ. आर.सी. रस्तोगी ने कहा कि” अभिव्यक्ति कार्यशाला ने साहित्य की विभिन्न विधाओं को सीखने सिखाने का बेजोड़ मंच है,प्रत्येक विद्यालय को ऐसे कार्यक्रमों में अपने छात्रों को जरूर भेजना चाहिए,.। समारोह को बालप्रहरी पत्रिका के संपादक उदय किरौला., महेन्द्र प्रताप पाण्डेय नन्द,गीताराम बंसलआदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर नूरे निशां ,रावेंद्र कुमार रवि हेमा जोशी,शांति देवी, आकाश प्रभाकर हरि ओम पारखी,राम रतन यादव ,मीना कुमारी, मीना मेहरा,नवल किशोर तिवारी अजय अवस्थी,डॉक्टर राज सक्सेना राज अंजू भट्ट,सोमू त्रिपाठी,दिव्य प्रकाश जोशी,डॉक्टर जगदीश पंत कुमुद,भानु प्रकाश तिवारी,नारायण सनवाल,आदि उपस्थित थे। समूचे कार्यक्रम का संचालन .कुशाग्र राठौर ने किया। प्रारंभ में उत्तराखंड बाल कल्याण संस्थान खटीमा के अध्यक्ष तथा राजकीय हाईस्कूल बीरिया मझोला के प्रधानाचार्य डॉ. महेंद्रप्रताप पांडे ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि कार्यशाला में खटीमा क्षेत्र के 26 विद्यालयों के 289 बच्चों ने प्रतिभाग किया। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में 275 बच्चों ने अपनी-अपनी 16 पृष्ठ की हस्तलिखित पुस्तक तैयार की। कार्यक्रम के अंत में खटीमा फाइबर्स की ओर से प्रतिदिन संदर्भदाता के रूप में सहयोग करने के लिए 17 शिक्षिकाओं तथा 6 शिक्षकों को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। अच्छी हस्तलिखित पुस्तक व कार्यशाला में सक्रिय भागीदारी के लिए स्मृति बोहरा और शशांक कुशवाहा आदि बच्चों को भी सम्मानित किया गया। अंत में भारत ज्ञान विज्ञान समिति उधमसिंहनगर के सचिव एवं थारू राजकीय इंटर कालेज में कार्यरत एनसीसी अधिकारी नरेंद्र रौतेला ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कार्यशाला को खटीमा फाइबर्स, शिक्षा विभाग, नवाचारी शिक्षकों,साहित्यकारों तथा अभिभावकों का सक्रिय सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि खटीमा में विगत.19 सालों से प्रतिवर्ष अनवरत रूप से जनवरी में बच्चों की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।