Earth Peanuts , कृषि उत्पादन मंडी समिति के सचिव राजीव रंजन ने बताया कि अल्लाहगंज मुगफली उद्योग से उन्हें औसतन 20 लाख रुपया प्रति माह राजस्व प्राप्त होता है जिसमें डेढ़ प्रतिसत मंडी तथा विकास शुल्क लिया जाता है प्रदेश के बाहर से आई मूंगफली पर यह राजस्व बढ़कर तीन फीसदी हो जाता है क्योंकि डेढ़ परिषद में प्रदेश के बाहर से लाने का तथा दाना बना कर बाहर भेजने का डेढ़ प्रतिशत शुल्क लिया जाता है।
जिला उद्योग केंद्र के सहायक महाप्रबंधक अरुण कुमार पांडे ने बताया कि अल्लाहगंज में मूंगफली उद्योग के लिए उन्होंने कई लोगों को ऋण की सुविधा भी प्रदान कराई है इस उद्योग को लगाने के लिए यदि कोई उद्यमी के पास पर्याप्त पूंजी नहीं है तो वह जिला उद्योग केंद्र से संपर्क करें हम उसे ऋण की सुविधा प्रदान करेंगे।
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व्यापारी राजेंद्र कुमार गुप्ता का कहना है मूंगफली का उद्योग शुरू होने से सबसे बड़ी जो यहां बेरोजगारी की समस्या थी वह काफी हद तक कम हुई है बरसात के दिनों में महिला पुरुष घर में बैठ जाते थे और कोई कार्य पड़ने पर ब्याज पर पैसा लेकर अपना काम चलाते थे अब बरसात में भी उन्हें मूंगफली उद्योग के चलते भरपूर काम मिल रहा है और प्रत्येक महिला 400 से लेकर 500 रूपये तक प्रतिदिन कमा लेती है।
व्यापारी राम लखन गुप्ता ने बताया कि हमारे यहां अल्लाहगंज कस्बे में लगे मूंगफली उद्योगों में लगभग 3000 पैकेट प्रतिदिन मूंगफली की खपत हो जाती है और मुनाफे का काम इसलिए भी और अधिक है क्योंकि मूंगफली के छिलके भी बिक्री होते हैं तथा मूंगफली का दाना भी बिक्री हो जाता है इसके अलावा जो मूंगफली टूट जाती है वह भी बिक्री होकर भी रिफाइनरी में चली जाती है जहां उनका तेल निकाला जाता है।
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