JAIVEER SHERGIL: पंजाब सरकार का बजट निराशाजनक,मात्र दिखावा

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JAIVEER SHERGIL
पंजाब सरकार का बजट निराशाजनक,मात्र दिखावा
JAIVEER SHERGIL, 10 मार्च (वार्ता)- भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा शुक्रवार को पंजाब विधानसभा में पेश किए गए राज्य के बजट को पूरी तरह से निराशाजनक करार देते हुए, प्रदेश की भगवंत मान सरकार की जोरदार निंदा की है। शेरगिल ने कहा कि बजट में आय के नए स्रोतों का कोई भी जिक्र नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य के बिगड़ रहे वित्तीय हालातों के मद्देनजर तुरंत कदम उठाए जाने की जरूरत थी, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि बजट में राज्य की गिर रही अर्थव्यवस्था को ऊंचा उठाने हेतु कोई ठोस उपाय नहीं किया गया। उन्होने कहा कि बजट में राज्य को कर्ज मुक्त करने को लेकर कोई रणनीति नहीं पेश की गई, जो चिंता का विषय है।

JAIVEER SHERGIL: पंजाब सरकार का बजट निराशाजनक,मात्र दिखावा

बजट पर विस्तार के साथ विचार किया जाए, तो पता चलता है कि यह बजटवास्तव में पंजाब को रिवर्स गियर पर डालता है, जिसके स्टीयरिंग पर भगवंत मान सोए हुए हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब के लोगों और खासकर महिला वर्ग को बजट से बहुत ज्यादा निराशा मिली है। शेरगिल ने कहा कि जिस प्रकार लगातार दूसरे बजट में भी 18 साल की आयु पार कर चुकी राज्य की 1.3 करोड़ योग्य महिलाओं को 1000 रुपये प्रति महीना देने के लिए फंड की व्यवस्था नहीं की गई, इससे सत्ता में आने से पहले आप द्वारा किए झूठे वायदों का खुलासा होता है। इसी तरह, कृषि क्षेत्र को लेकर शेरगिल ने कहा कि आलू, टमाटर और फूलगोभी जैसी कुछ फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य के संदर्भ में कोई ऐलान नहीं किया गया। जबकि इंडस्ट्री को पूरी तरह से नजरअंदाज करने के लिए सरकार पर बरसते हुए, उन्होंने कहा कि आप सरकार द्वारा पंजाब के उद्योगों को पांच रुपये प्रति यूनिट बिजली देने संबंधी किया गया वादा एक बार फिर से पूरा नहीं किया गया।
जबकि उद्योगों को लेकर सिर्फ खोखले ऐलान ही किए गए हैं। आप सरकार पर बरसते हुए भाजपा नेता ने कहा कि पंजाब को आप सरकार द्वारा धोखा दिया गया है और उसकी पीठ में छुरा घोंपा गया है। आप सरकार ने किसानों, उद्योगों, महिलाओं, युवाओं सहित समाज के सभी वर्गों को निराश किया है। शेरगिल ने कहा कि आज के बजट में अलग-अलग वर्गों के लिए किए गए ऐलान मात्र आंखों का छलावा हैं। आप सरकार पिछले बजट में किए गए बड़े-बड़े वायदों को पूरा करने में भी बुरी तरह से असफल रही है।