खटीमा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट और महाराजा अग्रसेन हिमालयन गढ़वाल यूनिवर्सिटी के मध्य शैक्षिक अवसरों को बढ़ाने हेतु हुआ एमओयू हस्ताक्षर

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संवाददाता- गोरख नाथ यूपी उत्तराखण्ड हेड
मो- 9719814348

खटीमा- शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने और शैक्षिक अवसरों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए तथा छात्र-छात्राओं और संकायों को समान रूप से लाभ पहुंचाने के लिए दो प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के बीच साझेदारी को मजबूत करने के लक्ष्य को प्राप्त करने की दृष्टिगत खटीमा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (केआईटीएम) और महाराजा अग्रसेन हिमालयन गढ़वाल यूनिवर्सिटी (एमएएचजीयू) ने 2 जुलाई, 2024 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन के तहत कौशल विकास, पाठ्यक्रम डिजाइन और सहयोगात्मक अनुसंधान एवं विकास पहल को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया जो कि कई आधुनिक प्रमुख क्षेत्रों की रूपरेखा को तैयार करता है।

समझौता ज्ञापन (एमओयू) के महत्वपूर्ण बिंदु:

पाठ्यक्रम डिजाइन:

इस पहल का उद्देश्य उद्योग की मांगों को पूरा करने के लिए शैक्षिक कार्यक्रमों को तैयार करना और छात्रों को प्रतिस्पर्धी वैश्विक बाजार के लिए आवश्यक अत्याधुनिक कौशल से लैस करना है।

संयुक्त कार्यशालाएँ/सम्मेलन/प्रशिक्षण:

एमओयू संयुक्त कार्यशालाओं, सम्मेलनों और प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के आयोजन पर जोर देता है। ये कार्यक्रम दोनों संस्थानों के छात्र-छात्राओं और संकाय सदस्यों को अंतःविषय सीखने, विचारों का आदान-प्रदान करने और पारस्परिक हित के क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए मंच प्रदान करेंगे।

सुविधाओं को साझा करना:

अकादमिक उत्कृष्टता में अनुसंधान और विकास (आर.एंड.डी) के महत्व को पहचानते हुए, केआईटीएम और एमएएचजीयू दोनों ने आवश्यक रिसर्च एंड डेवलपमेंट सुविधाओं को साझा करने के लिए प्रतिबद्ध किया है। इस सहयोग का उद्देश्य अकादमिक अनुसंधान पहल को बढ़ावा देना, शोधकर्ताओं के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना और दोनों संस्थानों द्वारा पहचाने गए प्रमुख क्षेत्रों में नवाचार को सुविधाजनक बनाना है। वहीं केआईटीएम के निदेशक कमल सिंह बिष्ट ने साझेदारी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि-
“यह एमओयू हमारे संस्थानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम साझा, सीखने और विकास की यात्रा पर आगे बढ़ रहे हैं। अपने संसाधनों और विशेषज्ञता को मिलाकर, हमारा लक्ष्य है कि शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार के द्वारा विद्यार्थियों के लिए अनुकूल शैक्षणिक वातावरण बनाएं।”