मूंदडा ने मनरेगा में उच्च स्तरीय जांच की मांग की

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श्रीगंगानगर, 28 मार्च (वार्ता) राजस्थान के श्रीगंगानगर में जिले में मनरेगा कार्यों मेंं भारी भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय मूंदड़ा ने आज कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार मनरेगा के तहत जो पैसा गरीब ग्रामीणों के लिए भेज रही है, उसे अनियमितताएं कर खुर्द-बुर्द किया जा रहा है। जिले मेंं वास्तविक और पात्र ग्रामीणों को मनरेगा में काम नहीं मिल रहा। फर्जी काम दिखा कर गरीबों के हक का पैसा हड़पा जा रहा है। खुले आम हो रहे भ्रष्टाचार की ओर से गहलोत सरकार आंख-कान बंद किए हुए है।

श्री मूंदड़ा ने कहा कि मनरेगा कार्यों मेंं भ्रष्टाचार न होने पाए, इसके लिए मोदी सरकार ने अप्रैल 2022 में नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम(एनएमएमएस) बनाया। नियमानुसार, इसी सिस्टम पर मनरेगा श्रमिकों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज होनी चाहिए और काम करते श्रमिकों के फोटो भी अपलोड होने चाहिए लेकिन जिले में ऐसा न करके पैसा हड़पने के रास्ते निकाल लिए गए हैं। जिले के घड़साना एवं अनूपगढ़ पंचायत समिति क्षेत्रों मेंं हाल में सामने आए मामले इसके ज्वलंत उदाहरण हैं। इन्होंने कहा कि मनरेगा के वास्तविक काम के बजाय फर्जी काम दर्शाए जा रहे हैं।
एक दिन काम करवा कर श्रमिकों के फोटो बार-बार अपलोड किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, श्रमिकों के फोटो के स्थान पर कच्चे रास्तों, दीवारों, खाले, चूडिय़ों आदि के फोटो अपलोड कर दिए गए हैं।