संवाददाता- गोरख नाथ यूपी उत्तराखण्ड हेड
मो- 9719814348
बनबसा उत्तराखंड सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक उत्तराखंड प्रदेश को नशा मुक्त देवभूमि बनाए जाने हेतु दिए गए दिशा निर्देशों के क्रम में जनपद चंपावत में पुलिस अधीक्षक अजय गणपति के निर्देशानुसार मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम हेतु लगातार अभियान चलाया जा रहा है। वहीं 57 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल सितारगंज के कमांडेंट मनोहर लाल के मार्गदर्शन व प्रोत्साहन तथा उप कमांडेंट राम नारायण विश्वास के नेतृत्व में सशस्त्र सीमा बल द्वारा भी मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम हेतु लगातार अभियान चलाया जाता रहा है। इसी क्रम में सशस्त्र सीमा बल बनबसा, पुलिस तथा एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा चेकिंग के दौरान थाना बनबसा भारत नेपाल मार्ग पिलर संख्या 805/1 से 300 मीटर भारत सीमा के अंदर एक संदिग्ध व्यक्ति आता दिखाई दिया जो संयुक्त टीम को देखकर भागने का प्रयास किया। वहीं जब उसे पड़कर उसकी तलाशी ली गई तो उसके बैग से 1 किलो 970 ग्राम चरस, 1 किलो 300 ग्राम अफीम, एक मोबाइल फोन रियलमी, आधार कार्ड, ₹1500 भारतीय व ₹85 नेपाली बरामद हुए। पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त ने अपना नाम बलिराम बाठा मगर उर्फ गुमान बाठा पुत्र वीर बहादुर बाठा निवासी ग्राम रमाना, थाना ढ़ांग, जिला ढ़ांग नेपाल तथा हाल निवासी ग्राम मनाली, थाना मनाली, जिला कुल्लू हिमाचल प्रदेश बताया। साथ ही उसने बताया कि वह मनाली में किराए पर रहता है तथा जब नेपाल से आता है तो मादक पदार्थों को नेपाल से ले जाकर हिमाचल प्रदेश में बेचता है। वहीं बरामद चरस की अंतरराष्ट्रीय कीमत लगभग 5 लाख रुपए तथा अफीम की लगभग 7.5 लाख रुपए आंकी गई है। वहीं सशस्त्र सीमा बल द्वारा मौकाए वारदात पर उसकी जप्ती कर गिरफ्तार अभियुक्त को बनबसा पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ थाना बनबसा में धारा 8/18/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है। साथ ही पुलिस द्वारा अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की जानकारी ली जा रही है। इस दौरान सशस्त्र सीमा बल बैराज बनबसा की टीम में सहायक कमांडेंट राम नारायण विश्वास, एसआई आरती, एएसआई प्रेम सिंह, पुलिस टीम में एसओजी प्रभारी मनीष खत्री, एसओजी हेड कांस्टेबल मतलूब खान, एसओजी कांस्टेबल उमेश राज, हेड कांस्टेबल रघुनाथ गोस्वामी, कांस्टेबल अनिल कुमार तथा बनबसा थानाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह जगवाड़ आदि शामिल रहे।