सबसे तेज आर्थिक प्रगति करने वाला देश है भारत – सीतारमण

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New Delhi: Union Finance Minister Nirmala Sitharaman addresses during the launch of the book 'India's Vaccine Growth Story: From Cowpox to Vaccine Maitri' by Ministry of Finance, Additional Secretary Sajjan Singh Yadav during a function, in New Delhi, Wednesday, Aug 17, 2022. (PTI Photo/ Shahbaz Khan)(PTI08_17_2022_000123B)

केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत ने वर्ष 1990 के बाद बहुत तीव्र गति से प्रगति की है। वैश्विक मापदण्डों के अनुसार उत्पादन हो रहा है। अमृत काल के अगले 25 वर्ष में “फोर-आई”- इन्फ्रा-स्ट्रक्चर, इनवेस्टमेंट, इनोवेशन्स और इनक्लूजिव पर केन्द्रित प्रगति में प्रवासी भारतीय सक्रिय योगदान दें। श्रीमती सीतारमण ने यह आहवान आज प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के तीसरे दिन “हार्नेसिंग द पोटेंशियल ऑफ वुमन डायस्पोरा इंटरप्रेन्योर्स टूवर्डस एन इनक्लूजिव एप्रोच टू नेशन बिल्डिंग” सत्र की अध्यक्षता करते हुए किया। उन्होंने कहा कि आप भारतीय संस्कृति और भारत के ब्राण्ड एम्बेसडर हैं, जन-भागीदारी से भारत को उच्च शिखर पर ले जाने में सक्रिय योगदान दें। भारत वर्तमान और अगले साल का सबसे तेज गति से आर्थिक उन्नति करने वाला देश भी है। केन्द्रीय वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बात दोहराते हुए कहा कि भारत कोई एक उत्पाद में नहीं बल्कि देश का हर जिला किसी न किसी विशेष उत्पाद से समृद्ध है। वाराणसी, कांजीवरम की साड़ियाँ, मुरादाबाद, सेलम के बर्तन, बासमती चावल, मसाले, हस्तशिल्प आदि उत्पादों की एक अपार श्रंखला है, जिसको आप अपने-अपने देशों में पहुँचाएं।

उन्होंने बाँस का उदाहरण देते हुए कहा कि हिन्दुस्तानी बाँस को हस्तशिल्प के जरिये क्रिसमस के मौके पर देश के कोने-कोने तक पहुँचा कर शिल्पकारों और व्यवसाइयों की मदद के साथ भारत की उत्तम छवि का निर्माण भी किया जा सकता है। श्रीमती सीतारमण ने कहा कि आज भारत की बढ़ती आत्म-निर्भरता का प्रमाण है कि प्रत्येक कार में कोई न कोई पुर्जा भारत का बना हुआ है। फाइटर जेट, एयर बस, एयर क्राफ्ट भारत में बन रहे हैं। हजारों की संख्या में इंजीनियर्स सेमी-कंडक्टर डिजाइन बना रहे हैं। विश्व के 15 में से 14 हीरे भारत में तराशे जा रहे हैं। सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात है कि भारत चिप डिजाइनिंग में अग्रणी बन चुका है। भारत की 58 कम्पनी विश्व के उद्योग जगत में नेतृत्व कर रही हैं। वसुधैव कुटुम्बकम वाला भारत एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य में विश्वास करता है। भारत विश्व का नॉलेज हब बन चुका है। आईटी कम्पनियाँ भारत के बाहर भी रोजगार उपलब्ध करा रही हैं। इनमें 1.6 मिलियन रोजगार दिये गये हैं।