पंजाब में बच्चों के आधार कार्ड बनाने से जुड़ा बड़ा अपडेट

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जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रेशन्स के लिए आधार ऑथेंटिकेशन को दी मंजूरी
जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रेशन्स के लिए आधार ऑथेंटिकेशन को दी मंजूरी

मुख्य सचिव विजय कुमार जांजुआ ने पंजाब में 5 साल तक के बच्चों के आधार कवरेज को बढ़ाने के लिए निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने आधार कार्ड परियोजना के तहत इन बच्चों के आधारकार्ड को ‘आम आदमी क्लीनिक’ में भी रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कहा है। पंजाब में आधार कवरेज के मामले में राज्य भारत में पांचवें स्थान पर है। इसलिए उनका मुख्य ध्यान अब बच्चों के लिए आधारकार्ड बनाने पर है, जहां कवरेज केवल 44 फीसदी है।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 580 आम आदमी क्लीनिक खोले हैं, जिनमें लोग अपना इलाज करवा रहे हैं और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया है। अब क्लीनिक में मरीजों की भारी संख्या को देखते हुए, बच्चों के आधार एनरोलमेंट बढ़ाने के लिए वहां भी आधार नामांकन की सुविधा देने का निर्णय लिया गया है। क्लीनिक के कर्मचारियों के पास पहले से ही टैबलेट हैं।

स्कूल शिक्षा एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि आंगनबाडी और स्कूल में आने वाले बच्चों के आधार कार्ड बनाने के काम में तेजी लाई जाए। लोगों को जागरूक किया जाएगा कि आधारकार्ड में मोबाइल नंबर, घर का पता आदि को अपडेट किया जाए।

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह ने यूआईडी कार्यान्वयन कमेटी के समक्ष आधार परियोजना की विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि केवल 5-7 और 15-17 साल के बच्चों के लिए बायोमेट्रिक अपडेट मुफ्त है और इसलिए पंजाब रजिस्ट्रार यूआईडी द्वारा इस उम्र के बच्चों की बायोमेट्रिक अपडेट को 100 फीसदी बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

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