उ0प्र0 मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम योजना के अन्तर्गत मिलेट्स रेसीपी विकास एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन रमा गार्डन, स्टेशन रोड, पीलीभीत में श्री संजय गंगवार जी, राज्यमंत्री (गन्ना विकास एवं चीनी मिलें) उ0प्र0 शासन की अध्यक्षता में किया गया।

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AHN News हरीश गंगवार पीलीभीत
उ0प्र0 मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम योजना के अन्तर्गत मिलेट्स रेसीपी विकास एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन रमा गार्डन, स्टेशन रोड, पीलीभीत में श्री संजय गंगवार जी, राज्यमंत्री (गन्ना विकास एवं चीनी मिलें) उ0प्र0 शासन की अध्यक्षता में किया गया।

जिसमें बीसलपुर मिष्ठान भण्डार, टैम्पटेशन बेकरी, एटा स्वीट्स, बाल विकस एवं पुष्टाहार द्वारा मिलेट्स से बनाये गये उत्पाद प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया, जिसमें बाल विकास एवं पुष्टाहार को प्रथम पुरस्कार, बीसलपुर मिष्ठान भण्डार को द्वितीय पुरस्कार, टैम्पटेशन बेकरी को तृतीय पुरस्कार एवं एटा स्वीट्स, पीलीभीत को सांत्वना पुरस्कार क्रमशः 5000, 3000, 2000 एवं 1000 डी0बी0टी0 के माध्यम से पुरस्कार धनराशि उपरोक्त के खाते में प्रेषित की जायेगी।
श्री संजय गंगवार जी, मा0 राज्यमंत्री (गन्ना विकास एवं चीनी मिलें) उ0प्र0 शासन द्वारा समस्त कृषकों से विभागों में चल रही योजनाओं का लाभ लेने की अपील की गई। साथ ही उनके द्वारा यह भी अपील की गई की सभी कृषक भाई अपनी-अपनी फसलों का फसल बीमा अवश्य करा लें, ताकि दैवीय आपदा आने पर फसलों में हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति मिल सके। साथ ही प्राकृतिक खेती के लाभ के बारे में बताया गया तथा मिलेट्स की खेती करने की अपील की। इस कार्यक्रम में कृषकों को मिलेट्स (ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो, सांवा, कुटकी, काकून एवं चीना) के पोषक तत्वों, मिलेट्स के विभिन्न प्रकारों, उसके उपभोग एवं उत्पादन के बारे में संतोष कुमार सविता, उप कृषि निदेशक, द्वारा जानकारी दी गई, साथ ही श्रीअन्न की फसलों की पहचान एवं उनसे बनने वाले उत्पाद तथा उन्नतशील खेती करने की जानकारी दी गई तथा श्रीअन्न में पाये जाने वाले पोषक तत्वों एवं श्रीअन्न को दैनिक भोजन में कैसे उपयोग करें, के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई तथा उनके द्वारा बताया गया कि महिलाओं में खून की कमी और कैल्शियम की कमी बहुतायत से है। यदि महिलाएं श्रीअन्न को दैनिक भोजन में प्रयोग करती हैं तो उक्त बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। डा0 विनोद कुमार यादव, जिला कृषि अधिकारी के द्वारा श्रीअन्न की खेती करने तथा उसमें पड़ने वाले उर्वरकों के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी तथा इनके द्वारा बताया गया कि श्रीअन्न के उत्पादन करने में बहुत ही कम खाद उर्वरक एवं सिंचाई की आवश्यकता होती है। यह भी बताया गया कि श्रीअन्न की खेती वर्षा के आधार पर हो जाती है, अलग से सिंचाई करने की बहुत ही कम आवश्यकता पड़ती है। इसके साथ ही पी0एम0 किसान सम्मान निधि योजना के बारे में विस्तृत जानकारी कृषकों को उपलब्ध कराई गई।
उक्त कार्यक्रम मे शैलेन्द्रव्यास, परियोजना निदेशक, डी0आर0डी0ए0 श्यामनारायण राम जिला कृषि रक्षा अधिकारी, श्रीगणेश शंकर परिहार, भूमि संरक्षण अधिकारी, युगल किशोर सांगुडी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल विकास, पीलीभीत, इं0 कौशल किशोर, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी, पंकज कुमार अपर जिला कृषि अधिकारी, तथा जनपद के प्रगतिशील कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।