पीलीभीत गन्ना विकास परिषद् पूरनपुर के ग्राम कीरातपुर मे किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया।

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रिपोर्टर मायाराम वर्मा पीलीभीत
पीलीभीत गन्ना विकास परिषद् पूरनपुर के ग्राम कीरातपुर मे किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया।

गोष्ठी मे उपस्थित किसानो द्वारा बताया गया कि उनका गॉव जंगल से बिलकुल लगा हुआ है। इसलिए जंगली जनवरी जैसे नीलगाय, स्याही, जंगली सूअर आदि गन्ने की फसल का बहुत नुकसान करते है। नुकसान अधिक होने के कारण गन्ने की पैदावार कम निकलती है। इस पर ख़ुशी राम भार्गव जिला गन्ना अधिकारी पीलीभीत द्वारा बताया गया कि जंगल के पास के खेतो मे किसान भाई को. 98014, को.लख.94184, को. लख.14201 जैसी गन्ना किस्मो की बुवाई करें। गन्ने की बुवाई कम से कम चार फीट की दूरी पर करें। लाइन से लाइन की दूरी अधिक होने से खरपतवार नियंत्रण मे सुविधा रहती है तथा जंगली जानवरो से नुकसान भी कम होता है। जंगली जानवरो से फसल सुरक्षा के लिए जाल या बाड़ लगाये स पर्यावरण के साथ संतुलन बनाये रखे। इस अवसर पर के. बी. शर्मा वाईस प्रेसिडेंट एल एच चीनी मिल द्वारा बताया गया कि गन्ना बोने से पहले बीज का उपचार अवश्य कर लें। चीनी मिल द्वारा बहुत ही कम कीमत पर ट्राईकोडर्मा तरल दिया जा रहा है। बुवाई से पहले इसका प्रयोग खेत मे अवश्य करें। बीज उपचार करने से बीजजनित बीमारिया कम लगती है। इस अवसर पर संजय श्रीवास्तव ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक पूरनपुर, पुष्पेंद्र जोनल मैनेजर एल एच चीनी मिल, शैलेन्द्र पटेल गन्ना पर्वेक्षक, गन्ना किसान परगत सिंह, रूबल सिंह, अमरजीत सिंह, सुखदेव सिंह, गुरविंदर सिंह व अन्य लोग उपस्थित रहे।