पीलीभीत मनरेगा में डंके की चोट पर फर्जी हाजिरी अपलोड करने का सिलसिला जारी अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा सिंडिकेट

56

पीलीभीत मनरेगा में डंके की चोट पर फर्जी हाजिरी अपलोड करने का सिलसिला जारी अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा सिंडिकेट

AHN MEDIA pilibhit रिपोर्टर मायाराम वर्मा

केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी मनरेगा योजना में लगातार पारदर्शिता के लिए बदलाव किए जा रहे हैं जिससे गरीबों को रोजगार मिल सके
वहीं
रोजगार सेवक प्रधान और सचिव तकनीकी सहायक नियमों को दरकिनार कर भ्रष्टाचार करने के तरीके खोज लेते हैं हाल ही में सरकार ने पारदर्शिता के लिए
मनरेगा में काम करने वाले सभी श्रमिकों का उनके कार्य स्थल पर ही बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराया जाना सुनिश्चित किया है इसके लिए मनरेगा साफ्ट एप्लीकेशन मोबाइल का प्रयोग किया जाता है जिससे फर्जी उपस्थिति की शिकायतें दूर हो सके

मगर शासन के नियमों को दरकिनार कर विकासखंड अमरिया मैं बड़े पैमाने पर चल रहा फर्जी हाजिरी लगाने का सिंडिकेट

हर रोज फर्जी फोटो लगाकर हाजिरी लगाने का काम किया जा रहा है एनएमएमएस की साइट पर जाकर अलग-अलग अपलोड किए गए फोटो से इसका आकलन किया जा सकता है

अगर आप एनएमएमएस की साइट पर देखेंगे तो
हर रोज सैकड़ो की संख्या में गांव में मजदूर काम करते हुए दिखेॅगे
मगर जब आप धरातल पर देखेंगे तो वहां 10 से 20 मजदूर ही काम करते दिखाई देंगे कहीं-कहीं तो काम होने के बाद दर्जनों दिन उसी फोटो से फर्जी हाजिरी लगाने का सिलसिला जारी रहता है। इस वक्त एक नया खेल रोजगार सेवकों को अधिकारियों ने और सिखा दिया है की सुबह हाजिरी ना अपलोड करके शाम को हाजिरी अपलोड की जाए तो ना कोई अधिकारी साइट पर पहुंच सकता है और ना ही कोई अन्य जानकार आदमी उस साइट पर देख सकता है

अमरिया के गांव निबार ऐंठपुर में कल 18 अप्रैल को शाम के 4: बजाकर 55 मिनट पर फर्जी फोटो लगाकर हाजिरी अपलोड की गई

टांडा बिजैसी मे कल 18 अप्रैल को 6 बजकर 9 मिनट पर 77 हाजिरी अपलोड की गई
जबकि उस समय पर कोई भी मजदूर तालाब पर काम नहीं कर रहा था जिससे साफ जाहिर होता है की हाजिरी फोटो से फोटो स्कैन कर लगाई जा रही है

गांव के अंदर जब इन्वेस्टिगेशन की गई तो जानकारी मिली कि कुछ लोग काम करने नरेगा में जाते ही नहीं हैं घर बैठकर हाजिरी लग रही है लगातार गांव के धार्मिक स्थल मंदिर पर काम कर रहे एक मिस्त्री की तालाब के कार्य में हाजिरी अपलोड की जा रही है वहीं एक मनरेगा मजदूर ने बताया कि वह कई दिनों से अपने गेहूं की कटाई तथा गन्ने की सिंचाई में लगा हुआ है जबकि तालाब के कार्य में लगातार उसकी हाजिरी अपलोड की जा रही है

ऐसे तमाम गांव में फर्जी हाजिरी लगातार अपलोड करने का सिलसिला जारी है उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस की नीति की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं

ग्रामीणों ने बताया कि गांव का रोजगार सेवक प्रधान अकूत संपत्ति का मालिक बन बैठा है शिकायत करने पर कोई अधिकारी सुनते नहीं है इसलिए ग्रामीण शिकायत करने नहीं जाते
[19/04, 1:27 pm] हरीश गंगवार पत्रकार बीसलपुर: पीलीभीत मनरेगा में डंके की चोट पर फर्जी हाजिरी अपलोड करने का सिलसिला जारी अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा सिंडिकेट

केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी मनरेगा योजना में लगातार पारदर्शिता के लिए बदलाव किए जा रहे हैं जिससे गरीबों को रोजगार मिल सके
वहीं
रोजगार सेवक प्रधान और सचिव तकनीकी सहायक नियमों को दरकिनार कर भ्रष्टाचार करने के तरीके खोज लेते हैं हाल ही में सरकार ने पारदर्शिता के लिए
मनरेगा में काम करने वाले सभी श्रमिकों का उनके कार्य स्थल पर ही बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराया जाना सुनिश्चित किया है इसके लिए मनरेगा साफ्ट एप्लीकेशन मोबाइल का प्रयोग किया जाता है जिससे फर्जी उपस्थिति की शिकायतें दूर हो सके

मगर शासन के नियमों को दरकिनार कर विकासखंड अमरिया मैं बड़े पैमाने पर चल रहा फर्जी हाजिरी लगाने का सिंडिकेट

हर रोज फर्जी फोटो लगाकर हाजिरी लगाने का काम किया जा रहा है एनएमएमएस की साइट पर जाकर अलग-अलग अपलोड किए गए फोटो से इसका आकलन किया जा सकता है

अगर आप एनएमएमएस की साइट पर देखेंगे तो
हर रोज सैकड़ो की संख्या में गांव में मजदूर काम करते हुए दिखेॅगे
मगर जब आप धरातल पर देखेंगे तो वहां 10 से 20 मजदूर ही काम करते दिखाई देंगे कहीं-कहीं तो काम होने के बाद दर्जनों दिन उसी फोटो से फर्जी हाजिरी लगाने का सिलसिला जारी रहता है। इस वक्त एक नया खेल रोजगार सेवकों को अधिकारियों ने और सिखा दिया है की सुबह हाजिरी ना अपलोड करके शाम को हाजिरी अपलोड की जाए तो ना कोई अधिकारी साइट पर पहुंच सकता है और ना ही कोई अन्य जानकार आदमी उस साइट पर देख सकता है

अमरिया के गांव निबार ऐंठपुर में कल 18 अप्रैल को शाम के 4: बजाकर 55 मिनट पर फर्जी फोटो लगाकर हाजिरी अपलोड की गई

टांडा बिजैसी मे कल 18 अप्रैल को 6 बजकर 9 मिनट पर 77 हाजिरी अपलोड की गई
जबकि उस समय पर कोई भी मजदूर तालाब पर काम नहीं कर रहा था जिससे साफ जाहिर होता है की हाजिरी फोटो से फोटो स्कैन कर लगाई जा रही है

गांव के अंदर जब इन्वेस्टिगेशन की गई तो जानकारी मिली कि कुछ लोग काम करने नरेगा में जाते ही नहीं हैं घर बैठकर हाजिरी लग रही है लगातार गांव के धार्मिक स्थल मंदिर पर काम कर रहे एक मिस्त्री की तालाब के कार्य में हाजिरी अपलोड की जा रही है वहीं एक मनरेगा मजदूर ने बताया कि वह कई दिनों से अपने गेहूं की कटाई तथा गन्ने की सिंचाई में लगा हुआ है जबकि तालाब के कार्य में लगातार उसकी हाजिरी अपलोड की जा रही है

ऐसे तमाम गांव में फर्जी हाजिरी लगातार अपलोड करने का सिलसिला जारी है उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस की नीति की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं

ग्रामीणों ने बताया कि गांव का रोजगार सेवक प्रधान अकूत संपत्ति का मालिक बन बैठा है शिकायत करने पर कोई अधिकारी सुनते नहीं है इसलिए ग्रामीण शिकायत करने नहीं जाते

फर्जी हाजिरी प्रकरण के संबंध में जब डीसी मनरेगा बंदना सिंह से बात करना चाही तो मैडम का फोन नहीं उठा