*राजस्व संहिता के नियमों को लेखपाल का ठेंगाः फर्जी रिपोर्ट से बड़ा खेला, रिटायर्ड दरोग़ा के बेटों ने चकमार्ग पर किया अवैध कब्जा, जानिए क्या है पूरा माजरा…*
वाराणसी: राजातालाब. जमीन विवाद को लेकर आए दिन मारपीट की घटनाएं हो रही हैं और पुलिस के लिए सिरदर्द बनी रहती है. जिसके चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजस्व मामलों के निस्तारण को लेकर काफी गंभीर है, जिससे मारपीट घटनाएं न हो जिसके लिए राजस्व मामलों के निस्तारण के लिए सख्त आदेश दे रखा है. मुख्यमंत्री का ये आदेश राजातालाब तहसील में हवा-हवाई साबित हो रहा और तहसील में आए मामलों का निस्तारण नहीं हो पा रहा. जिसके चलते फरियादी तहसील से लेकर जिला मुख्यालय और मुख्यमंत्री जनता दर्शन का चक्कर लगाने पर मजबूर हैं.
बता दें कि पूरा मामला राजातालाब तहसील क्षेत्र का है. जहां कचनार गाँव में अराजी नम्बर 705, 712 चकमार्ग और 694 जलखाता पर रिटायर्ड दरोग़ा के दबंग बेटों ने अवैध कब्जा कर लिया है. जिसको लेकर दर्जनों बार ग्रामीणों ने चकमार्ग और जलखाता पर अवैध कब्जा हटाने की शिकायत तहसील से लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर की, लेकिन उस पर तहसील प्रशासन मौन बना हुआ है.
वहीं एक बार फिर इसकी शिकायत ज़िलाधिकारी और एमएलसी धर्मेंद्र सिंह के माध्यम से ग्रामीण विजय शंकर जायसवाल, राजकुमार गुप्ता, आनंद कुमार, महेंद्र कुमार सहित दर्जनों लोगों द्वारा किया गया है. लेकिन लेखपाल ने गलत रिपोर्ट लगाकर अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया. शिकायत करने वाले लोगों का कहना है कि अवैध कब्जाधारी के रिश्तेदार तहसील में कानूनगो और पेशकार है. जिसके चलते उसके प्रभाव में आकर गलत पैमाइस कर फर्जी रिपोर्ट लगा दी जा रही है लोगों ने चेतावनी दी है कि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उच्च न्यायालय और लोकायुक्त का दरवाज़ा न्याय हेतु खटखटाया जाएगा।
सुभाष शास्त्री के साथ
राजकुमार गुप्ता
वाराणसी